कोरोना की संभावित तीसरी लहर को बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. तीसरी लहर को लेकर सीएम योगी ने भी अधिकारियों को अपनी तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए हैं. तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चों के प्रभावित होने की चेतावनी को देखते हुए पीकू वार्ड तैयार किए जा रहे हैं. इन तैयारियों को पूरा करने में कानपुर देहात का जिला प्रशासन सबसे आगे दिख रहा है. 


दरअसल कानपुर देहात जिला प्रशासन ने जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देश और सीडीओ सौम्या पाण्डेय की निगरानी में युद्ध स्तर काम शुरू कर दिया है. जिला प्रशासन ने जहां कोरोना टेस्टिंग को बढ़ा दिया है. वहीं वैक्सिनेशन को तेज करने के साथ ही लोगों को और जागरूक करने का काम शुरू कर दिया है. यहीं नहीं जिला प्रशासन ने आधुनिक तकनीकी से लैस पीकू वार्ड पहले से ही तैयार कर लिया है.


दूसरी लहर में हुई अधिक मौतों के आंकड़ों को देखते हुए कोविड अस्पतालों से लेकर सीएचसी और पीएचसी हॉस्पिटलों की क्षमता को दोगुना किया जा रहा है. यहीं नहीं कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाने और कोविड टेस्ट की जांच जनपद में ही कराने का काम भी तेजी से शुरू कर दिया गया है. दूसरी लहर की तरह ऑक्सीजन की किल्लत ना हो इसके लिए कानपुर देहात में सांसद और विधायक निधि से ऑक्सीजन प्लांटों को बनाने का काम अंतिम पायदान पर है. आधुनिक तकनीक से लैस पीकू वार्ड कानपुर देहात के जिला अस्पताल में तैयार किया जा चुका है. यह पीकू वार्ड पूरी तरह हाईटेक है और सभी बेड ऑक्सीजन से लैस हैं. यहीं नहीं पीकू वार्ड में वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है.


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