Hathras Satsang Stampede: धर्म की नगरी प्रयागराज में संगम के तट पर पूजा अर्चना करने वाले तीर्थ पुरोहितों ने यूपी के हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ में मौत का शिकार हुए श्रद्धालुओं का अस्थि विसर्जन और पिंडदान समेत तमाम संस्कार बिना किसी दक्षिणा के कराए जाने का ऐलान किया है. संगम के तीर्थ पुरोहितों ने कहा है कि वह न सिर्फ सभी कर्मकांड बिना किसी दक्षिणा के कराएंगे, बल्कि मृतकों के परिवार वालों को प्रयागराज आने पर ठहरने और खाने की व्यवस्था अपनी तरफ से मुहैया कराएंगे. जरूरत पड़ने पर दूसरी अन्य मदद भी मुहैया कराई जाएगी.

प्रयागराज के तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि हाथरस की घटना बेहद दुखद है. इसमें आयोजको- प्रशासन और भोले बाबा की सीधे तौर पर लापरवाही है. संगम के तीर्थ पुरोहित भगदड़ की इस घटना से बेहद दुखी हैं और हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनका यह भी कहना है कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा बेहद कम दिया जा रहा है.

संगम के तीर्थ पुरोहितों ने लिया बड़ा फैसला

प्रयागराज के तीर्थ पुरोहितों ने फैसला किया है कि मृतकों का संगम में अस्थि विसर्जन न सिर्फ बिना दक्षिणा लिए कराएंगे, बल्कि प्रयागराज जाने पर पीड़ित परिवार के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं भी अपनी तरफ से कराएंगे. 

गौरतलब है कि प्रयागराज के तीर्थ पुरोहितों ने इससे पहले हाथरस भगदड़ कांड के बाद सुर्खियों में आए बाबा साकार हरि उर्फ भोले बाबा को फर्जी संत बताते हुए महाकुंभ में उनके बहिष्कार का ऐलान किया था.

महाकुंभ में भोले बाबा नहीं आने देंगे संगम के तीर्थ पुरोहित 

तीर्थ पुरोहितों ने योगी सरकार और महाकुंभ मेला प्रशासन से भोले बाबा को जमीन और कोई दूसरी सुविधा नहीं दिए जाने की भी अपील की थी. यह अल्टीमेटम भी दिया था कि अगर भोले बाबा महाकुंभ में आएंगे तो उनका जोरदार विरोध किया जाएगा. साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद पहले ही भोले बाबा को फर्जी संत करार दे चुकी है.

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