Salar Masood Gazi News:  प्रयागराज की सोरांव तहसील के सिकंदरा कस्बे में स्थित सालार मसूद गाजी के रौजे यानी दरगाह पर कथित तौर पर पुलिस प्रशासन द्वारा ताला लगाकर बंद किए जाने की चर्चाओं को पुलिस और दरगाह कमेटी ने पूरी तरह गलत बताते हुए चर्चाओं का खंडन किया है. इस बारे में दरगाह कमेटी के अध्यक्ष ने वीडियो संदेश जारी कर इन चर्चाओं को पूरी तरह से अफवाह बताया. 

कमेटी की तरफ से कहा गया है कि दरगाह के अंदर रंगाई पुताई और मरम्मत का काम होना है. इस वजह से मुख्य द्वार पर ताला लगाकर गेट को बंद कर दिया गया है. यह ताला पुलिस प्रशासन की तरफ से नहीं बल्कि खुद दरगाह कमेटी की तरफ से लगाया गया है. जो श्रद्धालु अंदर जाना चाहते हैं उनके लिए दूसरे साइड से छोटा गेट खोला गया है. 

गौरतलब है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर पुलिस प्रशासन द्वारा जबरन दरगाह को बंद कराए जाने की अफवाह फैला रहे थे. फोटो और वीडियो अपलोड कर अफवाह फैलाने का काम कर रहे थे. इस सूचना पर स्थानीय पुलिस खुद दरगाह पर पहुंची थी. वास्तविकता जानने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस की तस्वीरे और वीडियो सोशल मीडिया पर गलत नजरिए से पेश किया जा रहा था.

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पुलिस प्रशासन ने ही दरगाह को बंद करा दिया!इसके बाद भी मौके पर पहुंची पुलिस की तस्वीरों के साथ यह दावा किया जा रहा था कि पुलिस प्रशासन ने हीं दरगाह को बंद करा दिया है, जबकि हकीकत यह है कि मुख्य द्वार को दरगाह कमेटी ने खुद ही बंद किया है. पुलिस सिर्फ वहां मुआयना करने और जानकारी जुटाने के लिए पहुंची थी. दरगाह कमेटी के अध्यक्ष सफदर जावेद ने वीडियो जारी कर लोगों के सामने सच्चाई भी बयां की है. 

प्रयागराज शहर से तकरीबन 35 किलोमीटर दूर सिकंदरा इलाके में भी सालार मसूद गाजी की दरगाह है. यहां हर रविवार को श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ उमड़ती है. इसके अलावा हिंदी कैलेंडर के ज्येष्ठ महीने में सालाना मेले का आयोजन होता है. आज सुबह सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो और तस्वीरें जारी होने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था लेकिन पुलिस प्रशासन और दरगाह कमेटी द्वारा स्थिति साफ किए जाने के बाद अब सब कुछ पहले की तरह सामान्य है.