UP News: प्रयागराज में रामनवमी के मौके पर हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं द्वारा सालार मसूद गाजी की दरगाह पर हंगामा और उपद्रव किए जाने से जुड़े मामले में बड़ा एक्शन हुआ है. सोमवार को मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई.
चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है. चौकी इंचार्ज रवि कटियार और कांस्टेबल अंशु कुमार व सुनील यादव को सस्पेंड किया गया. एडीसीपी की शुरुआती जांच रिपोर्ट के आधार पर निलंबन किया गया. इन पुलिस कर्मियों पर हंगामा और उपद्रव के दौरान मौके से गैर हाजिर रहने और हंगामा को रोकने में नाकाम रहने का आरोप है.
सस्पेंड होने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं. इस मामले में प्रयागराज पुलिस ने मुख्य आरोपी मनेंद्र प्रताप सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है.
घटना में शामिल अन्य उपद्रवियों की पहचान कर उनकी तलाश की जा रही है. रविवार को रामनवमी के दिन दर्जनों भगवाधारियों ने गाजी मियां की दरगाह की छत पर चढ़कर देर तक हंगामा किया था. भगवा झंडा लहराते हुए नारेबाजी की थी.
लखनऊ नगर निगम: 30 अप्रैल तक टैक्स भरने वालों को 10 फीसदी की छूट का ऐलान, जानें- कैसे उठाएं लाभ?
इससे वहां अफरा तफरी के हालात पैदा हो गए थे.पूरे देश में यह मामला सुर्खियों में आ गया था. बहरिया थाने के चौकी प्रभारी रवि कुमार कटियार ने बहरिया थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी.
बीएनएस की धारा 196, 223, 299 और 302 में मनेन्द्र सिंह, राजकुमार सिंह, विनय तिवारी, अभिषेक सिंह और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
मनेंद्र प्रताप सिंह करणी सेना का पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहा है. वह वर्तमान में बीजेपी का नेता है. वहीं मामला दर्ज होने के बाद मनेंद्र ने खुद अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर कहा कि मैं अपनी गिरफ्तारी देने जा रहा हूं.