Varanasi News: बीते चार दिनों से प्रयागराज महाकुंभ से वाराणसी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. प्रमुख धार्मिक स्थल के साथ-साथ गंगा घाट पर सुबह से लेकर देर रात तक श्रद्धालु भारी संख्या में अपनी धार्मिक यात्रा को पूरा करते हुए नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में महाकुंभ से आने वाले श्रद्धालु काशी के कुछ प्रमुख जगहों पर जरूर पहुंच रहे हैं. जिसमें गंगा घाट, प्राचीन मंदिर और आरती स्थल जैसे जगह शामिल है.

प्रयागराज महाकुंभ से काशी आने वाले अधिकांश श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर और वाराणसी के दशास्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में जरूर शामिल हो रहे हैं. इसके अलावा काशी कोतवाल श्री काल भैरव मंदिर , माता शीतला मंदिर, प्राचीन संकट मोचन मंदिर, नमो घाट, अस्सी घाट , उमरहाँ स्थित स्वर्वेद मंदिर, दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा माता मंदिर, महामृत्युंजय मंदिर , सारंगनाथ और मार्कण्डेय महादेव मंदिर में भी श्रद्धालु पहुंचते नजर आ रहे हैं.

अलग- अलग राज्यों से लोग आ रहे वाराणसीइन जगहों पर खास तौर पर बीते तीन से चार दिनों में भारी भीड़ देखी जा रही है. राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा सहित देश के अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु ट्रेन बस अथवा हवाई जहाज के माध्यम से भी अपनी प्रयागराज सहित काशी की यात्रा को पूरा कर रहे हैं

काशी वालों ने कहा- नहीं देखी कभी ऐसी भीड़जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन के साथ-साथ अब काशीवाले भी जनपद में आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने आवश्यक सुविधाओं के लिए आगे आते नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया इसके अलावा ग्राउंड पर भी उतरकर लोग अपने-अपने घर, संस्थान केंद्र अथवा खुले जगह को श्रद्धालुओं की व्यवस्था के लिए  उपलब्ध कराते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि इससे पहले काशी में इतनी भीड़ कभी नहीं देखी. ऐसे में अब यह देखना होगा कि मौनी अमावस्या के बाद काशी में श्रद्धालुओं के आने में कितनी वृद्धि होती है.

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