प्रयागराज,एबीपी गंगा। संगम नगरी प्रयागराज में प्याज की बढ़ी कीमतों से लोगों को राहत दिलाने के लिए सरकारी अमला भी कुम्भकर्णी नींद से जाग उठा है। इसके तहत जिला प्रशासन ने जमाखोरों और मुनाफाखोरों पर नकेल कसने के लिए मजिस्ट्रेटों की अगुवाई में बारह टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई कर लोगों को कम कीमत पर प्याज मुहैया कराएंगी। इनमे से चार टीमें शहरी इलाके में काम करेंगी, जबकि आठ टीमें ग्रामीण इलाकों में। इसके साथ ही केंद्र सरकार के निर्देशों के मुताबिक प्याज के थोक और फुटकर विक्रेताओं के लिए भंडारण की सीमा भी तय कर दी गई है। इसके तहत प्याज के थोक कारोबारी पचास मिट्रिक टन और फुटकर व्यापारी दस मिट्रिक टन तक प्याज का भंडारण कर सकेंगे। ये भंडारण की सीमा प्याज के कारोबारियों पर तीस नवम्बर तक लागू रहेगी।

एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया के मुताबिक जिलाधिकारी प्रयागराज के निर्देश पर प्याज की जमाखोरी और मुनाफाखोरी को रोकने के लिए शहरी क्षेत्र में एसीएम वन, टू,थ्री और फोर के नेतृत्व में चार प्रवर्तन टीमों का गठन किया गया है। जिसमें एक-एक सप्लाई इंस्पेक्टर और एक-एक मार्केटिंग इंस्पेक्टर को भी शामिल किया गया है। जबकि मंडी समिति के सचिव को भी टीमों के साथ प्याज के जमाखोरों पर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं जिले की आठ ग्रामीण तहसीलों में भी एसडीएम के नेतृत्व में टीमें गठित कर दी गई हैं। जो प्याज के बड़े कारोबारियों के गोदामों पर छापेमारी की कार्रवाई करेंगी।

कारोबारियों के मुताबिक प्रयागराज में प्याज की कीमतों में थोड़ा ठहराव आया है। प्याज की कीमतें जहां थोक मंडी में 45 से 50 रुपये प्रति किलो हैं, वहीं फुटकर में यह सत्तर से अस्सी रुपये रुपये प्रतिकिलो तक बिक रही है। दुकानदारों के मुताबिक दीपावली के पर्व के बाद नई प्याज मार्केट में आने पर ही उपभोक्ताओं को प्याज की बढ़ी कीमतों से राहत मिल सकती है। फिलहाल प्रयागराज की मंडी में इन दिनों नासिक से प्याज की आपूर्ति हो रही है।