Atala Violence: प्रयागराज (Prayagraj) में बीते साल हुए चर्चित अटाला कांड के रविवार को एक साल पूरे हो गए. बीते साल बीजेपी (BJP) की पूर्व नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के बयान को लेकर प्रयागराज के अटाला इलाके में जबरदस्त हिंसा हुई थी. दरअसल, जुमे की नमाज के बाद अटाला इलाके में पत्थरबाजों ने पुलिस (UP Police) और सुरक्षाकर्मियों पर हमाल कर दिया था.


बीते साल 11 जून को जुमे की नमाज के बाद उपद्रवियों की भीड़ से हुई पत्थरबाजी के बाद पुलिस और पब्लिक की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था. स्मार्ट सिटी के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरों में भी तोड़फोड़ की गई थी. अटाला हिंसा के लिए पुलिस ने जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप को मुख्य आरोपी बनाया है. 


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कितनी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने जांच में जावेद पंप को ही घटना का मास्टरमाइंड बताया था. वह पिछले एक साल से देवरिया जेल में बंद है. इस मामले में अब तक 108 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. जबकि 24 नामजद आरोपी अब भी फरार हैं. इसके अलावा विधि विरुद्ध जमाव, प्रदर्शन जानलेवा हमला करने, आगजनी करने, सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरबाजी करने, विस्फोटक पदार्थों का उपयोग करने और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने सहित दर्जनों गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हैं.


मास्टरमाइंड जावेद पंप का मकान हिंसा के दो दिन बाद ही विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर से गिरा दिया था. हालांकि इस साल जनवरी में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप की जमानत याचिका मंजूर कर ली थी. 


तब नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद वाले बयान पर विवाद खड़ा हुआ था. पुलिस के मुताबिक जावेद पम्प के मोबाइल से कई आपत्तिजनक संदेश मिले और घर से कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ था. इसके बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई करते हुए उसके घर पर बुलडोजर चलाकर गिरा दिया था. तब राज्य के कुछ और जिलों में हिंसा हुई थी.