UP News: भारत की ओर से काली नदी (Kaali River) के तट पर बनाए जा रहे तटबंधों पर कार्य कर रहे लोगों पर आए दिन नेपाल (Nepal) की ओर से पत्थरबाजी हो रही थी. इसको लेकर दोनों देशों के आला अधिकारियों के बीच वार्ता हुई. इस बैठक में आगे से पथराव न करने को लेकर सैद्धांतिक सहमति बन गई है. नेपाल के अधिकारियों ने पिथौरागढ़ के जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि अगर कोई भी नागरिक धारचूला में निर्माणाधीन तटबंधों पर काम कर रहे लोगों पर पत्थरबाजी करता है तो नेपाल प्रशासन ऐसे व्यक्तियों पर कार्रवाई भी करेगा.



काली नदी से धारचूला में हो रहे भूकटाव को रोकने के लिए भारत की ओर से तटबंधों का निर्माण किया जा रहा है. निर्माण के दौरान अभी तक नेपाल के नागरिकों द्वारा सात बार धारचूला भारत में तटबंध निर्माण कार्य में लगे लोगों पर पत्थरबाजी हो चुकी है. इस मामले में धारचूला की जनता ने नेपाल के खिलाफ जबरदस्त विरोध जताया था. डीएम पिथौरागढ़ रीना जोशी ने बताया कि धारचूला में सिंचाई विभाग की तरफ से तटबंध बनाया जा रहा है. उसमें परसों नेपाल की तरफ से कुछ पथराव किए गए थे. इस वजह से हमारे साइट कुछ मजदूर भी घायल हुए थे. मशीनों को भी नुकसान हुआ था.


पिथौरागढ़ की डीएम ने दी यह जानकारी


रीना जोशी ने बताया कि इसको लेकर हम लोगों ने नेपाल के अधिकारियों से बात की है. हमारे बीच सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है. इस तरह की घटना भविष्य में न हो, इसको लेकर उन्हें अवगत करा दिया गया है. नेपाल की तरफ से भी हमें आश्वासन मिल चुका है. इस तरह की घटना अब भविष्य मे नहीं होगी और इस तरह की घटना में कोई लिप्त पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. प्राथमिक स्तर पर बैठक हो चुकी है. हमारे एडीएम और एसडीएम मीटिंग में गए थे और वे लोग भी हमारे पास आए थे. हमारे साइट मेरे लेवल पर भी कल एक बैठक प्रस्तावित है. 12 बजे नेपाल की ओर से उनके अधिकारी आएंगे, उस घटना को उन्होंने भी संज्ञान में लिया है. 


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