Uttarakhand News: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जनपद मुख्यालय में तमाम सरकारी विभागों पर बिजली बिल का करोड़ों रुपया बकाया है. जहां उत्तराखंड पावर कारपोरेशन आम आदमी के हजार-दो हजार के बिजली के बिल न जमा होने पर बिजली का कनेक्शन काट देती है. वहीं सरकारी विभागों से बिजली बिल के पेमेंट के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ता है. दरअसल, मार्च महीने में वित्तीय वर्ष की समाप्ति होने के चलते साल भर के बिजली बिलों की वसूली करने के लिए बिजली विभाग पूरी तरह से जुट जाता है. 


ऐसे में आम उपभोक्ताओं से तो विभाग वसूली कर लेता है और जिन उपभोक्ताओं से वसूली नहीं कर पाता उनका कनेक्शन काट देता है. वहीं सरकारी विभागों के कनेक्शन काटने या बिल वसूल करने में बिजली विभाग मजबूर नजर आता है. पिथौरागढ़ के नितिन गर्खाल अधिशासी अभियंता ने बताया कि सरकारी विभागों का जो बकाया होता है वो दो तरह का होता है. एक तो शासन के स्तर से सीधे पेंमेंट होती है, जैसे जल निगम, जल संस्थान है. मौजूदा समय में जल संस्थान पर लगभग 21 करोड़ का बकाया है. शासन स्तर पर जब उनसे मांग की गई तो मार्च महीने मे आठ करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. 


50 फीसदी बिजली बिल बकाया
वहीं लोकल स्तर के अधिकारियों की जिम्मेदारी रहती है तो उसमें सबसे ज्यादा बकाया बेस हाॉस्पिटल का है. लगभग 40 लाख का रुपये का बाकाया मेडिकल डिपार्टमेंट पर है. वहीं शिक्षा विभाग में 55 लाख का बकाया है. दरअसल, ये दो विभाग ऐसे है जहां से हमें पेमेंट लेट होती है या कभी-कभी नहीं भी होती है. क्योंकि बोर्ड के एग्जाम चल रहे है इसमें हमारे सीनियर अधिकारियों के निर्देश हैं कि स्कूलों में बिजली कटौती नहीं की जाए. इसेक साथ ही नगर पालिका पर लगभग एक करोड़ का बिजली बिल बकाया है. उपभोक्ताओं की बात करें तो उन पर 5 करोड़ का बकाया अभी पेंडिंग है. अभी 8 करोड़ का टारगेट हेड ऑफ डिपार्टमेंट से दिया गया है, जिसमें से 50 फीसदी वसूली हो चुकी है.




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