Religion Conversion: पीलीभीत में सिख समुदाय का ईसाई धर्म अपनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. नेपाल सीमा से सटे गाँवों में 3000 से अधिक लोग धर्म परिवर्तन कर चुके हैं. वहीं अब इस मामले में ऑल इंडिया सिख पंजाबी वेलफेयर काउंसिल के अध्यक्ष हरपाल सिंह जग्गी ने बड़ा आरोप लगाया है.उन्होंने कहा कि ये साजिश सीमा से सटे इलाके में  डेमोग्राफिक चेंज करने के मकसद से हो रही है.

हरपाल सिंह जग्गी ने कहा कि पीलीभीत के क्षेत्र टाटरगंज,  बेल्हा, बमनपुर, सिंघाड़ा समेत कई क्षेत्रों ने बडी संख्या में कंवर्जन हुआ है. करीब 3000 लोगों का कन्वर्जन हुआ है. अब तक 900 की वापसी भी कराई है.

2020 में तेज हुआ धर्म परिवर्तन

उन्होंने आगे बताया कि ये सब क्षेत्र नेपाल से सटे हुए हैं. यहां करीब 22000 राय सिख हैं जिनमें से 3000  लोगों का धर्म परिवर्तन हुआ है. जग्गी के मुताबिक इसकी शुरुआत करीब 2002 से हुई थी, लेकिन 2020 से ये बड़ी संख्या में होना शुरू हुआ. पिछले दिनों 8 सिख पादरी भी बने, जिन्होंने भी बड़ी संख्या में धर्म परिवर्तन कराया.

बड़ी साजिश का आरोप

जग्गी ने आरोप लगाया कि ये साजिश डेमोग्राफिक चेंज करने के मकसद से हो रही है. बड़ी संख्या में लोगों को कोरियन कैलेंडर बंट रहा वहां. उन्होंने आरोप लगाया कि ये एजेंसियों का भी खेल है. इस धंधे में कइयों का हाथ है. नेपाल से बडी मात्रा में ड्रग, चरस का धंधा होता है.

आर्थिक रूप से कमजोर बने शिकार

हरपाल जग्गी ने बताया कि जिन लोगों को पैसे की कमी है, उनलोगों को कन्वर्ट किया गया है. हर रविवार होने वाले चंगाई सभा मे ब्लेस्ड वाटर देना (मेडिसिनल पार्ट मिलाकर) दिया जाता है जिसका बड़ा असर होता है. इस धर्मान्तरण में जॉब का प्रलोभन दिया जाता है. यहां मेडिकल फैसिलिटी नहीं है, लोगों को उसका भी लालच दिया जाता है. साथ ही यहां उसका शिक्षा की कमी भी बड़ा का कारण है. उन्होंने कहा कि 2020 से दुधवा नेशनल पार्क, तिकुनिया, गौरी फांटा समेत कई जगहों पर ये धर्मांतरण हो रहा है.

आठ के खिलाफ कार्रवाई

उधर इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई है अभी तक. दो लोग नारकोटिक्स में जेल भेजे गए हैं. डीएम  ने इस मामले की जांच की बात कही है.

ऑल इंडिया सिख पंजाबी वेलफेयर काउंसिल के अध्यक्ष ने कहा कि हमने कुछ दिनों में कई घर वापसी भी कराई है, वहीं विश्व हिंदू परिषद ने भी घर वापसी कराई. लगभग 900 से हजार लोगों की घर वापसी पिछले 4 महीने में हुई है.

नाम नहीं धर्म बदल रहे हैं

इस धर्मांतरण को लेकर जग्गी ने कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या है. इस धर्मातंरण की कि ये लोग नाम नहीं बदल रहे, धर्म बदल रहे, लेकिन नाम वही है. सारे त्योहार मनाए जा रहे हैं. हमारे कल्चर में घुस कर उसमें घुन लगा रहे हैं. हमें मुख्यमंत्री पर विश्वास है. उन्होंने हमेशा सिखों का मान-सम्मान आगे बढ़ाया है और इस बार भी कठोर कार्रवाई करेंगे.