Pilibhit News: यूपी के पीलीभीत में जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आने के बाद ये खबर अपर मुख्य सचिव तक पहुंच गया. जिसके बाद यहां स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है. दरअसल बीते बुधवार की रात यहां पर सड़क दुर्घटना में घायल महिला को लाया गया था लेकिन जिला अस्पताल में महिला को इलाज न देकर उसे बरेली रेफर कर दिया गया. इस बात की खबर अपर मुख्य सचिव तक पहुंच गई, जिसके बाद यहां के डीएम में तत्काल एक्शन लेते हुए स्वास्थ्य महकमे पर कार्रवाई कर दी.
अपर मुख्य सचिव की फटकार के बाद कार्रवाई
जिला अस्पताल में हुई इस लापरवाही के बाद डीएम पुलिकित खरे ने स्वास्थ्य समिति की बैठक की और फिर स्वास्थ्य केंद्रों पर लंबे समय से टिके मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज यानी MOIC का ट्रांसफर कर दिया गया. वहीं ड्यूटी से लंबे समय से नदारद एसीएमओ रमेश चंद्रा के खिलाफ शासन को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है. अपर सचिव की फटकार के बाद मौके से नदारद डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई और सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के एमवाईसी के ट्रांसफर कर दिए गए. इसके साथ ही जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर हरिदत्त को भी कार्यक्षेत्र में लापरवाही बरतने के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्रवाई की गई है.
इन अधिकारियों का हुआ तबादलाडीएम ने एक्शन लेते हुए अमरिया MIOC लोकेश गंगवार और एस के सिंह कमरिया का स्थानांतरण कर दिया है. वहीं बीसलपुर के MIC ठाकुरदास जो लंबे समय से यहां पर टिके हुए थे उन्हें बिलसंडा भेज दिया गया है. जबकि बिलसंडा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ श्री राम का तबादला बीसलपुर कर दिया गया है. वहीं मुरारी के MIC को पूरनपुर भेजा गया और पूरनपुर के MIC चंद्र कुमार को हटाने के निर्देश दिए गए हैं. इनकी जगह किसी और तैनाती के लिए कहा गया है.
सीएम योगी के आदेश पर हुई कार्रवाई
इस पूरे मामले पर जब सीएमओ आलोक कुमार शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के अनुसार लंबे समय से अपने पदों पर टिके एमवाईसी का स्थानांतरण किया गया है. वहीं संबंधित लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.