इटावा, एबीपी गंगा। प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना आयुष्मान भारत का इटावा जिला अस्पताल में पलीता लग रहा है। सीने में 4 इंच की गांठ लिए इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए 4 दिन से एक महिला भटक रही है। खराब पड़े एकमात्र कंप्यूटर के चलते कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। मामले को लेकर महिला ने सीएमएस से शिकायत भी की जिसके बाद सीएमएस ने माना कि खराब कम्प्यूटर सीएमओ कार्यालय से आया था। कंप्यूटर को वापिस मंगवा लिया गया है और दूसरा कंप्यूटर फिलहाल नहीं मिला है।



इटावा जिला अस्पताल में बदहाली का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां कुछ महीने पहले मोबाइल की रोशनी में टांके लगाते हुई तस्वीरें सामने आईं थीं तो अब एक 50 बर्षीय महिला गीता देवी इलाज कराने के लिए पीएम की महत्वपूर्ण योजना आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित नजर आ रही है। गीता के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है और इसमें गीता का नहीं बल्कि जिला अस्पताल की लापरवाही दिख रही है।


जिला अस्पताल का कंप्यूटर खराब है जिसकी वजह से आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। कंप्यूटर खराब होने की वजह से गीता देवी जैसे न जाने कितने मरीजों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। गीता ने बताया कि पिछले 4 दिनों से वो जिला अस्पताल के चक्कर लगा रही हैं लेकिन कार्ड नहीं बन पा रहा। गीता ने बताया कि उनके सीने में 4 इंच की गांठ है। उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा सकें। आयुष्मान कार्ड न पाने की वजह से उनकी परेशानी और बढ़ गई है।



जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसके अग्रवाल भी मानते हैं कि अस्पताल का कंप्यूटर खराब था जिसको वापिस सीएमओ ने मंगवा लिया है। हालांकि, उनका यह भी कहना था कि जो मरीज उनके यहां भर्ती हैं उनका कार्ड बनवाया जा रहा है।