Parliament Winter Session 2023: संसद में सोमवार को कुल 92 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. राज्यसभा में 45 सांसदों को शीतकालीन सत्र के बाकी बचे दिनों के लिए ध्वनि मत के जरिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया. इसके अलावा 33 लोकसभा के सांसदों को भी सोमवार को निलंबित कर दिया गया. इससे पहले भी 14 लोकसभा सांसदों को निलंबित किया जा चुका है. सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने प्रतिक्रिया दी है. 


प्रमोद तिवारी ने कहा, 'ये अलोकतांत्रिक है, अगर कोई अपनी बात कहना चाहता है तो उसमें आप अवरोध उत्पन्न करेंगे. हम सदन में क्यों आते हैं वाद विवाद के लिए या सरकार कोई गलत काम करे तो उसकी आलोचना के लिए. वे हमें निकालकर यह नहीं तय कर सकते कि सदन में हमारी आवाज खामोश हो जाए. हम अंतिम पल तक पूरी शक्ति के साथ लोकतांत्रिक ढंग से लड़ेंगे. INDIA गठबंधन की बैठक होने जा रही है मैं वहां जा रहा हूं.'



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इन्हें किया गया राज्यसभा से निलंबित
उच्च सदन ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, के.सी. वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर रे, शांतनु सेन और राजद के मनोज कुमार झा सहित कुल 34 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया. इनके अलावा सांसद प्रमोद तिवारी, अमी याजनिक, नारणभाई जे राठवा, सैयद नसीर हुसैन, फूलो देवी नेताम, शक्तिसिंह गोहिल, रजनी पाटिल, रंजीत रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी, सुखेंदु शेखर रे, मोहम्मद नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्‍वास, शांतनु सेन, मौसम नूर, प्रकाश चिक बड़ाईक, समीरुल इस्लाम, एम. शण्‍मुगम, एनआर एलांगो, कनिमोझी एनवीएम सोमू, आर गिरिराजन, फैयाज अहमद, वी. शिवदासन, रामनाथ ठाकुर, अनिल प्रसाद हेगड़े, वंदना चव्हाण, राम गोपाल यादव, जावेद अली खान, महुआ माजी, जोस के मणि, अजीत कुमार भुइयां को भी समूचे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.


इस बीच 11 राज्यसभा सांसदों के निलंबन का मामला विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया गया. जिन सांसदों के नाम विशेषाधिकार समिति को भेजे गए हैं, उनमें जे.बी. माथेर हिशाम, एल. हनुमंथैया, नीरज डांगी, राजमणि पटेल, कुमार केतकर, जी.सी. चंद्रशेखर, बिनॉय विश्‍वम, संदोश कुमार पी., एम मोहम्मद अब्दुल्ला, जॉन ब्रिटास और एए रहीम शामिल हैं. 45 सांसदों के निलंबन की घोषणा के बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कई सदस्य जानबूझकर सभापति की अनदेखी कर रहे हैं.