Varanasi News Today: गणतंत्र दिवस के ठीक पहले विज्ञान खेल कला साहित्य सहित अलग-अलग क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली हस्तियों को 'पद्म सम्मान' देने का ऐलान होता है. इस साल भी सरकार की तरफ से 76वें गणतंत्र दिवस पर 'पद्म सम्मान' की लिस्ट जारी कर दी गई है.
इस बर धर्म शास्त्रों के जानकार और काशी के विद्वान पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ भी उन दिग्गजों की लिस्ट में शामिल हैं, जिन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा. पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ वाराणसी के रामघाट स्थित श्री वल्लभराम शालिग्राम साङ्गवेद विद्यालय कों संचालित करते हैं. पद्म पुरस्कार ऐलान के बाद विद्यालय परिवार में हर्ष का माहौल है.
पीएम मोदी के बने थे प्रस्तावकइससे पहले 76वें गणतंत्र दिवस से ठीक पहले 25 जनवरी को काशी के पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया गया है. गणेश्वर शास्त्री द्वारा 2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण का मुहूर्त, इसके अलावा 2024 में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का भी मुहूर्त निकाला गया था.
इनके द्वारा राम मंदिर के पूजन से जुड़ा निर्धारित अवधि का मुहूर्त पूरे विश्व में चर्चा का विषय बना था. इसके अलावा 2024 लोकसभा चुनाव में यह प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावक भी रहे. पंडित गणेश्वर शास्त्री वाराणसी के रामघाट पर रहते हैं. आधुनिकता वाले इस युग में यह बेहद सादगी, त्याग और संयम के साथ अपना जीवन व्यतीत करते हैं.
आज के दौर में खासतौर पर जहां धार्मिक क्षेत्र में खुद की श्रेष्ठता और ज्ञान को लेकर आपस में ही प्रतिस्पर्धा है. वहीं गणेश्वर शास्त्री इन सबसे दूर रहकर भारतीय सनातन संस्कृति के प्रति समर्पण भाव से वेद शास्त्र पुराण संस्कृत का ज्ञान अपनी अगली पीढ़ी को निरंतर प्रदान कर रहें हैं.
उनके विद्यालय में जश्न का माहौलकाशी के पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने के ऐलान के बाद एबीपी न्यूज ने उनके शिष्यों से बातचीत की. उनका कहना है कि गुरु जी अभी अस्वस्थ हैं, लेकिन उन्होंने संदेश भेजा है कि इस सम्मान के लिए वह हृदय से आभार व्यक्त करते हैं. इसके अलावा हम सभी शिष्यों और श्री वल्लभराम शालिग्राम साङ्गवेद विद्यालय परिवार में हर्ष का माहौल है. भारत की समृद्धि और निरंतर उन्नति के लिए हमारी मंगलकामनाएं हैं.
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