लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से जान गंवाने के कारण कई बच्चे अनाथ हो गए हैं. ऐसे में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इन अनाथ बच्चों की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है. उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोरोना संक्रमण से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चो का सहारा बनेगी.

उत्तर प्रदेश ऐसी योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य है. इस योजना के अन्तर्गत कुल 4050 बच्चों को चिन्हित किया गया है, इसमें से 240 बच्चों के माता-पिता दोनों की मार्च 2020 से अबतक कोरोना के कारण मृत्यु हो गयी है. वहीं 3,810 बच्चे ऐसे है, जिनके माता या पिता की कोरोना से मृत्यु हुयी है, ऐसे प्रत्येक परिवार को 4000 रूपया प्रतिमाह भरण-पोषण के लिए दिया जाएगा.

उन्होने सभी 4050 बच्चों के खाते में 4.86 करोड़ रूपये की धनराशि बटन दबाकर आनलाइन स्थानान्तरित किया है. यह धनराशि प्रत्येक बच्चे के भरण-पोषण के लिए तिमाही किश्त 12,000 रूपये खाते में दी गयी, कलेक्ट्रेट सभागार बस्ती में भी आयोजित कार्यक्रम में विधायक रवि सोनकर और जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत चयनित 29 बच्चों को धनराशि का स्वीकृति पत्र प्रदान किया.

जिलाधिकारी ने इस अवसर पर सभी पीड़ित परिवार व बच्चों से भेंट कर के उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का प्राथमिकता पर निस्तारण किया जायेगा. उन्होंने कहा कि वे अपनी समस्याओं के संबंध में समय-समय पर उनसे अथवा सीडीओ से सम्पर्क करके अवगत कराते रहें. बच्चों की शिक्षा और भरण-पोषण से हट कर भी कोई समस्या हो तो अवगत करायें. उसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की रहेगी.

सीडीओ और सीआरओ नीता यादव ने प्रत्येक परिवार से भेंट किया और उनकी समस्याओं को सुना. जिलाधिकारी की इस पहल पर बच्चों के साथ आये उनकी माताओं ने अपनी समस्याएं खुल कर बताई. इस संबंध में उन्होंने पीड़ित परिवार को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सीडीओ और राजस्व संबंधी लाभ दिलाने के लिए सीआरओ को निर्देशित किया है.

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