Sitapur News: सीतापुर जेल में बंद सपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ 19 साल पुराने मुकदमे में दोबारा जांच होगी. रामपुर में 2006 में सपा सरकार में पापड़ फैक्ट्री, सेलर और आटा चक्की पर बुलडोजर चला दिया गया था. आरोप है कि पांच लाख रुपये चंदा न देने पर यह कार्रवाई आज़म खान के कहने पर की गई थी. 

पीड़ित अफसर खां, जुल्फिकार खां और अनवर खां ने रंगदारी मांगने का भी आरोप लगाया है, पुलिस इस मामले में फाइनल रिपोर्ट भी लगा चुकी है. एमपी-एमएलए कोर्ट (मजिस्ट्रेटियल कोर्ट) ने फाइनल रिपोर्ट को खारिज कर दोबारा जांच का आदेश दिया है. 2006 में आजम खां प्रदेश सरकार में नगर विकास मंत्री थे, आरोप है कि 19 जुलाई 2006 को आजम खां के कहने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने सैंजनी नानकार गांव में पापड़ फैक्ट्री, सेलर और आटा चक्की पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया था.

अधिवक्ता ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाएघटना की शिकायत बसपा सरकार में 10 जुलाई, 2007 को अफसर खां, जुल्फिकार खां और अनवर खां ने एसपी से की थी, मामले में एसपी के आदेश पर गंज कोतवाली पुलिस ने आजम खां के विरुद्ध रंगदारी मांगने, धमकाने, मारपीट और तोड़फोड़ कर समान नष्ट करने की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की थी लेकिन पुलिस ने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी. 

न्यायालय ने पुलिस की फाइनल रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए वादी को नोटिस भेजे. इस पर पीड़ित जुल्फिकार खां ने अपने अधिवक्ता अवधेश अग्रवाल के माध्यम से पुलिस की फाइनल रिपोर्ट पर न्यायालय में आपत्ति दाखिल की, अधिवक्ता ने पुलिस की जांच पर कई सवाल उठाए, पीड़ित की गुहार पर कोर्ट ने दोबारा जांच के आदेश दे दिए है जिस से आज़म खान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. सपा नेता आज़म खान सीतापुर जेल में बन्द हैं और उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म हरदोई जेल में सजा काट रहे हैं. 

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