ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष शौकत अली द्वारा राजा सुहेलदेव राजभर को लेकर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राजा सुहेलदेव हमारे इतिहास के वीर योद्धा थे जिन्होंने आक्रांताओं से भारत की धरती की रक्षा की थी. ऐसे महापुरुष पर सवाल उठाना या अपमानजनक टिप्पणी करना पूरे राजभर समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है.

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ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह शौकत अली के बयान की कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने शौकत अली द्वारा मसूद गाजी को भारतीय बताने पर भी तीखा विरोध जताया और कहा कि मसूद गाजी कोई भारतीय नहीं बल्कि एक आक्रांता था जिसने भारत की अखंडता और संस्कृति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी. मंत्री ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि महाराजा सुहेलदेव ने मसूद गाजी को पराजित कर देश की रक्षा की थी.

कैबिनेट मंत्री ने सरकार से मांग की है कि शौकत अली के खिलाफ बड़ी कार्यवाही हो.उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो यह मामला आंदोलन का रूप ले सकता है. राजभर ने साफ कहा कि उनके समाज के नायक का अपमान वह किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे.

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गौरतलब है कि महाराजा सुहेलदेव को भारत के इतिहास में विदेशी आक्रांताओं से संघर्ष करने वाले महान योद्धा के रूप में जाना जाता है. 11वीं सदी में बहसीड़ा की लड़ाई में उन्होंने आक्रांता सैय्यद सालार मसूद को हराकर भारत की धरती की रक्षा की थी. पूर्वांचल में विशेषकर राजभर समाज के बीच उन्हें आदर्श और वीर पुरुष माना जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2021 में बहराइच में महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण किया था और उनके नाम पर स्मारक और चित्तौरा झील के विकास की घोषणा की थी.

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि ऐसे नायक का अपमान पूरे समाज का अपमान है. उन्होंने दोहराया कि वह चुप नहीं बैठेंगे और इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन भी खड़ा कर सकते हैं.