Om Prakash Rajbhar on Farmani Naaz Controversy: 'हर हर शंभू' गाने की गायिका फरमानी नाज (Farmani Naaz) को मुस्लिम उलेमाओं के द्वारा फतवा जारी करने के मामले पर ओम प्रकाश राजभर ने बड़ा बयान दिया है. ओपी राजभर ने कहा है कि कलाकार किसी जाति और धर्म का नहीं होता है.


ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि कोई भी फिल्म बनती है तो उसमें सभी जाति और धर्म के लोग होते हैं. फिल्म शोले का नाम लिया जाए तो उसमें भी सभी जातियों धर्म के लोग हैं. उसे क्यों लोग देखते हैं उनके पात्रों को क्यों नहीं विरोध करते हैं. ऐसे कोई जीव है जो सिर्फ विरोध का नाम लेकर ही जिंदा है.


जानें- क्या है पूरा मामला


दरअसरल, देवबंद के कुछ मौलानाओं ने सिंगर नाज के खिलाफ फतवा जारी कर दिया. इस मामले पर देवबंद के मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि इस्लाम में शरीयत के अंदर किसी भी तरह का गीत गाना ठीक नहीं है. उन्होंने नसीहत दी कि महिला को इससे परहेज करनी चाहिए. उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने अपने दिए बयान में कहा, "इस्लाम में किसी भी तरह का नाच-गाना जायज नहीं है. जो भी नाच-गाना करते हैं या गाना गाते हैं, वो जायज नहीं है ये हराम है. हराम के काम से मुसलमानों को परहेज करना चाहिए. इस औरत ने जो गाना गाया है वो जायज नहीं है. ये हराम है उसे अल्ला से तौबा करनी चाहिए."


सिंगर फरमानी नाज ने कही ये बात


इस मामले में सिंगर फरमानी नाज ने कहा कि आर्टिस्ट का कोई धर्म नहीं होता. जब मैं गाना गाती हूं तो इन सब बातों पर ध्यान नहीं देती. सिंगर ने आगे कहा, 'यहां तक कि मोहम्मद रफी और मास्टर सलीम ने भी भक्ति गीत गाए हैं. मुझे कभी कोई धमकी नहीं मिली है. अब थोड़ा विवाद हो गया है. हमें पता चला लेकिन हमारे घर कोई कुछ भी कहने नहीं आया है." बता दें कि ये गाना यूट्यूब पर खूब वायरल हो रहा है. इसके अलावा इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर भी ये शेयर किया जा रहा है.


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