नोएडा के चर्चित थार कांड में अब एक नया मोड़ सामने आया है. कोर्ट के आदेश पर अब पीड़ित पक्ष के करीब 20 लोगों के खिलाफ सेक्टर-24 थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है. यह वही मामला है जिसमें पहले एक बस संचालक के बेटों सहित कई लोगों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया था. अब पीड़ित बताए जा रहे पक्ष पर भी संगीन आरोप लगे हैं. थाना सेक्टर-24 के प्रभारी निरीक्षक विद्युत गोयल ने जानकारी दी कि अमित खारी नामक युवक ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें उसने सौरव यादव, सुमित यादव, प्रिंस यादव, आयुष तिवारी और 15 अज्ञात लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शिकायतकर्ता के अनुसार, इन लोगों ने आकाश अवाना को फोन कर सेक्टर-53 के गिझौड़ गांव स्थित ऑफिस पर बुलाया, जहां पहुंचकर उन्होंने उसके साथ मारपीट की.सरकारी गाड़ियों में आए थे हमलावर अमित खारी का यह भी आरोप है कि हमलावर कुछ सरकारी गाड़ियों में सवार होकर आए थे और जिन लोगों पर हमला किया गया, उनके खिलाफ पूर्व में भी विभिन्न थानों में गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.एक साल पुराना है मामला ग़ौरतलब है कि इस घटना की पृष्ठभूमि 2 जून 2024 की है, जब वायरल वीडियो में दिखाई दिया कि आकाश अवाना, अमन अवाना, गौरव चौहान और कुणाल चौहान सहित कई लोगों ने सुमित यादव और सौरव यादव पर थार गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की थी. इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर काफी हलचल मचा दी थी और मामला तत्कालीन पुलिस व्यवस्था की कार्यशैली पर सवाल बन गया था.कोर्ट की कार्यवाही से बदली तस्वीर मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त ने तत्कालीन थानाध्यक्ष श्याम बाबू शुक्ला और गिझौड़ चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया था. अब कोर्ट के निर्देश के बाद मुकदमा दर्ज होने से केस की तस्वीर पूरी तरह बदलती नजर आ रही है. यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच में आगे क्या निष्कर्ष सामने आते हैं और सच्चाई किस पक्ष के पक्ष में जाती है. पुलिस ने कहा है कि सभी तथ्यों की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. मामला फिलहाल कानूनी रूप से बेहद संवेदनशील स्थिति में पहुंच गया है.