यूपी न्यूज़: बाल विकास परियोजना कार्यालय में आयोजित सेक्टर स्तरीय बैठक में संभव अभियान समीक्षा और आगामी कार्ययोजना को लेकर बाल विकास परियोजना अधिकारी संध्या सोनी की अध्यक्षता में विस्तृत चर्चा की गई. बैठक का मुख्य उद्देश्य कुपोषित बच्चों की पहचान, पोषण प्रबंधन, और संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियों को स्पष्ट करना रहा.ग़ौरतलब है कि गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान और उनके पोषण एवं स्वास्थ्य की निगरानी अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को निर्देश दिए कि वे SAM बच्चों के घरों पर हर 15 दिन में भ्रमण करें, उनके खानपान की आदतों का मूल्यांकन करें तथा ऊर्जा युक्त आहार के विषय में जानकारी दें.कम वजन वाले बच्चों पर विशेष नजर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मिलकर बच्चों की स्थिति का आकलन करेंगी. सभी जानकारियां पोषण ट्रैकर व ई-कवच पोर्टल पर अपडेट की जाएंगी. वहीं 2 किलोग्राम से कम वजन वाले नवजातों के घरों में की निगरानी में विशेष परामर्श की व्यवस्था की जाएगी.6 माह 7 बार रणनीति के अंतर्गत 0-6 माह के शिशुओं के लिए सात बार घर भ्रमण कर स्तनपान परामर्श और वजन जांच की जाएगी, साथ ही MCP कार्ड पर नियमित रिकॉर्डिंग की जाएगी. कम वजन वाले (LBW) बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं. महिलाओं के वजन, हीमोग्लोबिन, आयरन, कैल्शियम और ANC जांच की नियमित निगरानी की जाएगी.लापरवाह कार्यकत्रियों पर कार्रवाईसंध्या सोनी ने बताया कि फेस रिकग्निशन और ई-केवाईसी कार्य में बार-बार निर्देश देने के बावजूद लापरवाही बरतने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय रोक दिया गया है. उन्होंने कहा यह कार्य भारत सरकार की प्राथमिकताओं में है, और पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 3 दिनों के भीतर संबंधित कार्य नहीं किया गया, तो उन कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. वहीं, जिन्होंने कार्य समय पर पूरा कर रिपोर्ट सौंपी है, उनका मानदेय तत्काल बहाल किया जाएगा.संचारी रोग को लेकर जागरूकता जारी रहेगी CDPO ने निर्देश दिया कि संचारी रोग और दस्तक अभियान के तहत आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां, आशा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर घर-घर जाकर बुखार, टीबी, व कुपोषित बच्चों की पहचान करें और उनका उचित रजिस्ट्रेशन व फॉलोअप सुनिश्चित करें. इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सेविकाएं ऊषा सिंह, किरण भारती, बीएमसी शिवेंद्र, बीसी भरत सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.