यमुना नदी के बाढ़ के पानी में नहाने गए एक 17 वर्षीय छात्र की डूबने से मौत हो गई. थाना रबूपुरा क्षेत्र के मेहंदीपुर गांव निवासी किशोर फरीद का शव एनडीआरएफ और पुलिस टीम ने रविवार शाम करीब 5:30 बजे बरामद किया. यह हादसा शनिवार शाम उस समय हुआ जब वह अपने दोस्तों के साथ नहाने के लिए नदी किनारे गया था.
थाना रबूपुरा प्रभारी सुजीत उपाध्याय ने बताया कि फरीद, जो कक्षा 12वीं का छात्र था, नहाते समय अचानक उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया. तेज बहाव में डूबते देख उसके दोस्तों ने शोर मचाया और ग्रामीणों को बुलाया, लेकिन समय रहते उसे बचाया नहीं जा सका. घटना की सूचना पाकर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया.
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परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
शनिवार से लगातार तलाश के बाद रविवार शाम छात्र का शव बरामद हुआ. शव को देखते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई और पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए. मृतक के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.
इस हादसे ने एक बार फिर यमुना नदी और उसके बाढ़ के पानी में नहाने के खतरों को उजागर कर दिया है. पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ बार-बार अपील कर रहे हैं कि लोग बाढ़ के पानी में न जाएं, क्योंकि तेज बहाव और गहराई के कारण जान का खतरा हमेशा बना रहता है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ का पानी गांव के आसपास फैलने से युवा और बच्चे उसमें खेलने व नहाने चले जाते हैं, जिससे अकसर इस तरह की घटनाएं घट जाती हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गश्त बढ़ाई जाए और युवाओं को सतर्क किया जाए.