उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने एक विवाहित महिला का अवैध धर्मांतरण कराकर जबरन निकाह कराने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि निकाह कराने वाले काजी समेत दो अन्य आरोपितों की तलाश जारी है.
मामला थाना थाना फेज-3 का है. यह कार्रवाई तब हुई जब पीड़िता के परिजनों ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी. आदेश के बाद पुलिस ने महिला को चेन्नई से बरामद किया और सोमवार को उसे अदालत में पेश किया.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी राजा मियां उर्फ एहसान, उसके पिता बिस्मिल्ला और मां अनीशा बेगम शामिल हैं. पुलिस के अनुसार इन तीनों ने मिलकर महिला का जबरन धर्मांतरण कराया और फर्जी निकाहनामा तैयार करवा दिया.
धर्मांतरण कर जबरन निकाह कराया
पीड़िता का विवाह वर्ष 2018 में कानपुर देहात के एक युवक से हुआ था और 2019 में उसने बेटे को जन्म दिया था. पति से अनबन के चलते वह 2021 में मायके आकर नोएडा सेक्टर-63 की एक फैक्ट्री में सिलाई का काम करने लगी. इसी दौरान उसकी मुलाकात गाजियाबाद के बहलोलपुर निवासी राजा मियां से हुई और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं.
पिछले महीने रक्षाबंधन के बाद महिला अचानक लापता हो गई. परिवारवालों ने राजा मियां पर बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने का शक जताया. पुलिस की प्रारंभिक निष्क्रियता से नाराज परिवार ने 22 अगस्त को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाई और 5 सितंबर को महिला को चेन्नई से बरामद कर लिया.
पुलिस की जांच में सामने आया कि 1 मई को राजा मियां के घर पर काजी मोहम्मद अजीमुद्दीन ने जबरन निकाह की रस्में पूरी कराई थीं, जबकि महिला का अपने पति से अब तक तलाक भी नहीं हुआ था.
तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि थाना फेज-3 पुलिस ने मुख्य आरोपी राजा मियां सहित तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, निकाह कराने वाले काजी और एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.