यूपी के नोएडा में महागुन मंत्रा-2 सोसायटी के सैकड़ों निवासी शनिवार को बिल्डर के हेड ऑफिस पर एकजुट होकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन पर उतरे. निवासियों ने थाली बजाओ, रजिस्ट्री कराओ जैसे जोरदार नारे लगाए और बिल्डर प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए कि पूरे पैसे लेने के बावजूद अब तक उनके फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं की गई है. निवासियों का कहना है कि उन्होंने अपने घरों के लिए सालों पहले पूरी राशि चुका दी, पजेशन भी वर्ष 2021 और 2022 में मिल चुका है, लेकिन अब तक मालिकाना हक नहीं दिया गया. इससे फ्लैट खरीदारों को लगातार प्रशासन और बिल्डर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.

रजिस्ट्री की जद्दोजहद

निवासियों ने बताया कि सोसायटी में टावर गंगा के 310 और टावर गायत्री के 206 फ्लैट बनाए गए हैं. इनमें से 300 से अधिक परिवार पहले से रह रहे हैं. बावजूद इसके, फ्लैट का स्वामित्व पत्र उनके नाम नहीं हो पाया है. यह समस्या तब और गंभीर हो गई जब बिल्डर ने बार-बार “24 हफ्तों में रजिस्ट्री” का आश्वासन दिया, लेकिन हर बार वादे टूटे.

प्राधिकरण की भूमिका और बकाया

निवासियों का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बकाया भुगतान के कारण बिल्डर को ओसी-सीसी (ऑक्युपेंसी और कंप्लीशन सर्टिफिकेट) नहीं मिल पाया है. इस वजह से रजिस्ट्री की प्रक्रिया अटकी हुई है. हालांकि, खरीदारों का कहना है कि बिल्डर और प्राधिकरण के आपसी मसलों की सजा उन्हें नहीं मिलनी चाहिए.

निवासियों की पीड़ा

फ्लैट खरीदारों ने कहा कि साढ़े तीन साल से मेहनत की कमाई लगाने के बावजूद उन्हें अपने ही घर में किरायेदार जैसा महसूस कराया जा रहा है. कई बार उन्होंने डीएम, विधायक, सांसद और ग्रेनो प्राधिकरण तक अपनी बात पहुंचाई, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हुआ.

बढ़ती नाराजगी

लंबे समय से हो रहे उत्पीड़न से नाराज होकर निवासियों ने बिल्डर के ऑफिस के बाहर थाली बजाकर विरोध जताया. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द रजिस्ट्री की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.