उत्तर प्रदेश का पहला ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब शुरू होने की ओर है. मंगलवार सुबह यहां एक विशेष कैलिब्रेशन फ्लाइट ने रनवे पर सफल परीक्षण लैंडिंग की, जिससे यह साफ संकेत मिला है कि हवाई अड्डा अब उड़ान के लिए लगभग तैयार है. यह परीक्षण नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा दिए जाने वाले एयरोड्रम लाइसेंस से पहले की अंतिम तकनीकी प्रक्रिया है.

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यमुना प्राधिकरण के विशेष कार्यकारी अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि इस कैलिब्रेशन फ्लाइट ने आईजीआई एयरपोर्ट (दिल्ली) से उड़ान भरकर नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे 28 पर उतरकर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) की सटीकता की जांच की. इससे पहले शुक्रवार को रनवे 10 पर भी यही तकनीकी जांच की गई थी. परीक्षण के दौरान रनवे की लाइटिंग, नेविगेशन सिस्टम, टैक्सीवे और एयर ट्रैफिक उपकरणों की गुणवत्ता जांची गई. विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्रक्रिया विमान सुरक्षा और सुचारू संचालन के लिए बेहद अहम होती है.

सूत्रों का कहना है कि सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो एयरपोर्ट के उद्घाटन की तारीख की औपचारिक घोषणा जल्द हो सकती है.

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PM मोदी करेंगे उद्घाटन

नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी जनसभा होने की संभावना है. बताया जा रहा है कि इस रैली में एक से दो लाख लोगों की भीड़ जुट सकती है. मंगलवार को एडीसीपी, एसीपी, थाना प्रभारी और यातायात पुलिस के अधिकारियों ने एयरपोर्ट परिसर का दौरा कर सुरक्षा और पार्किंग व्यवस्था का निरीक्षण किया.

रैली स्थल के लिए टर्मिनल के सामने बड़े मैदान की तैयारी की जा रही है. सोमवार को पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा बैठक के बाद अब इस योजना को अमल में लाया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि रैली में आने वाले वाहनों के लिए एयरपोर्ट के बाहर बड़े पैमाने पर पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, जहां करीब 20 हजार वाहन खड़े हो सकेंगे. भाजपा विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री की यह रैली ऐतिहासिक होगी और पार्टी कार्यकर्ता करीब दो लाख लोगों को जुटाने की तैयारी कर रहे हैं.

उद्घाटन के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) हवाई अड्डे की सुरक्षा जांच में जुटेगा. सीआईएसएफ अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पूरे परिसर की सुरक्षा जांच और एंटी-सबोटॉज स्कैनिंग के लिए कम से कम 22 दिन का समय चाहिए. इसके तहत डॉग स्क्वॉयड और बम स्क्वॉयड द्वारा एयर साइड, टर्मिनल और एटीसी टावर की पूरी जांच की जाएगी. सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ की एक पूरी बटालियन यानी लगभग 1,025 जवान तैनात किए जाएंगे.

स्विट्ज़रलैंड की कंपनी कर रही है निर्माण

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो कि जेवर (गौतमबुद्ध नगर) में बन रहा है, उत्तर भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बताया जा रहा है. इसे स्विट्जरलैंड की कंपनी Zurich Airport International द्वारा विकसित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने दिसंबर 2021 में इसका शिलान्यास किया था. एयरपोर्ट का पहला चरण पूरा होने के बाद यहां से हर साल करीब 1.2 करोड़ यात्रियों के आने-जाने की क्षमता होगी. इसके संचालन से न केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश बल्कि दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के यात्रियों को भी बड़ी राहत मिलेगी.