गौतम बुद्ध नगर के थानाक्षेत्र 39 में नाले से एक महिला का सिर और हाथ कटे शव मिलने के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस एक आरोपी को गिरफ़्तार किया है, आरोपी पेशे ड्राइवर है. उसके मृतका से अवैध संबंध थे और वो उसे ब्लैकमेल कर रही थी. 

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इस ब्लाइंड हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस को लगभग 5,000 कैमरे और 60-70 हज़ार मोबाइल नंबरों का विश्लेषण किया और क़रीब 1,100 वाहनों को ट्रैक किया जिसमें से 44 संदिग्ध वाहनों को 'ज़ीरो इन' किया गया. 40 लोगों की टीमें दिल्ली सहित बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, मथुरा और अन्य जनपदों में भेजी गईं. 

पुलिस ने सुलझायी सिर कटी लाश की गुत्थी

शव पर केवल पैर में बिछुए होने का एकमात्र चिन्ह था. जो कि मृतका की पहचान और एकमात्र सुराग था. पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो घटनास्थल से एक संदिग्ध बस को निकलते हुए देखा, जिसने जांच को मोनू सिंह की ओर मोड़ दिया. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो पूरा मामला सुलझ गया. 

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डीसीपी नोएडा जोन यमुना प्रसाद ने बताया कि आरोपी मोनू सिंह और मृतका प्रीति यादव की मुलाकात बरौला की एक जीन्स फैक्ट्री में हुई थी. जहां मोनू की माँ और प्रीति साथ काम करते थे. इसके बाद दोनों के बीच ढाई साल से अवैध संबंध थे. लेकिन, जब प्रीति ने उस पर शादी का दबाव बनाया तो विवाद शुरू हो गया. 

शादी का दबाव बना रही थी महिला

प्रीति लगातार मोनू पर शादी करने और 4-5 लाख रुपये देने के लिए ब्लैकमेल कर रही थी. मोनू की दो बेटियां और एक बेटा भी था. विवाद के दौरान महिला ने मोनू को धमकी दी कि वह उसकी बेटियों से अनैतिक कार्य कराएगी. इस धमकी से उसे गुस्सा आ गया और उसने प्रीति को रास्ते से हटाने का मन बना लिया.  

डीसीपी नोएडा जोन ने कहा कि प्रीति को रास्ते से हटाने के लिए मोनू ने चापड़ (मीट काटने वाला) खरीदा. इसके बाद उसने मृतका को अपनी एसी बस (डार्क ग्लासेस वाली) में बैठाया और सीएनजी पेट्रोल पंप के पास रुका. बस के अंदर भोजन के दौरान जब झगड़ा दोबारा शुरू हुआ और उसने फिर बेटियों को लेकर धमकी दी. 

इसके बाद मोनू को इतना गुस्सा आया कि उसने एक झटके में महिला का गला काट दिया जिससे उसकी मौत हो गई. शव की पहचान छुपाने के लिए आरोपी ने सिर धड़ से अलग कर दिया और दोनों हाथ के पंजे भी काट दिए और शव के सारे कपड़े एक झोले में भरकर शव को नाले में फेंक दिया. इसके बाद मोनू बस को गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार कॉलोनी ले गया. जहां उसने बाकी अंगों और कपड़ों को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया. 

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