Parliament Building Inauguration: 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे. उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों पर ना होने से तकरार जारी है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से दूर रहने की घोषणा की है. विपक्षी नेता राष्ट्रपति से नए संसद भवन का उद्घाटन कराए जाने की मांग पर अड़े हैं. विरोध, तकरार और बहिष्कार के बीच, सपा मुखिया अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) ने भी बड़ा बयान दिया है.


नई संसद पर क्या बोले सपा के मुखिया


सपा अध्यक्ष ने नई संसद के उद्घाटन से जरूरी लोकतंत्रातिक परंपराओं को बढ़ावा देने और निभाने की मांग की है. सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि विपक्ष का अपमान करनेवाले, नफरत की राजनीति करने वालों और जनता से झूठ बोलने वालों के कार्यक्रमों में जाने का क्या फायदा?






सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री गोरखपुर पहुंचे. गोरखपुर में उन्होंने मालवीय नगर स्थित पूर्व विधायक शारदा देवी के पति को श्रद्धांजलि दी. बता दें कि विपक्षी दलों ने बीजेपी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं करने पर 'दरकिनार' करने का आरोप लगाया है. नए संसद भवन की आधारशीला पीएम मोदी ने रखी थी. निर्माण कार्य 10 दिसंबर 2020 को शुरू किया गया था. 1927 में तैयार हुई संसद की पुरानी इमारत करीब 100 साल की हो चुकी है.


28 मई को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन 


भारत की नई संसद तीन साल के अंदर करीब 1200 करोड़ की लागत से तैयार की गई है. नए संसद भवन में रखे जाने वाले सेंगोल यानी राजदंड पर भी विवाद है. वैदिक रीति रिवाज से सेंगोल स्थापित करने का मुरादाबाद के सपा सांसद डॉ. एसटी हसन (ST Hasan) ने विरोध किया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरकार पर सेंगोल के सिलसिले में गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है. जयराम रमेश का आरोप है कि पीएम मोदी राजदंड का इस्तेमाल तमिलनाडु में राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं. 


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