महाराष्ट्र के पुणे में NDA एकेडमी में एक कैडेट ने कैम्पस के बने रूम में आत्महत्या कर ली जिसके बाद हड़कंप मच गया. परिवार ने रैगिंग का आरोप लगाया है, परिवार का दावा है कि सीनियर कैंडेट्स द्वारा की गई रैगिंग के कारण उनके बेटे ने यह कदम उठाया. आरोप है कि सीनियर कैडेट्स उन्हें परेशान करते थे और पानी पिला-पिला कर उल्टी करवाते थे. कमरे में बंद कर देते थे और खाना नहीं खाने देते थे, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गया और उसने आत्महत्या कर ली.
NDA एकेडमी में रैगिंग की घटना सामने आने के बाद जांच शुरू कर दी गई है. कैडेट 18 वर्षीय अंतरिक्ष कुमार सिंह बहराइच के बाबागंज इलाके के नारायणपुर का रहने वाला है. साल 2025 में एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर चयनित हुए थे और वह ट्रेनिंग कर रहे थे. अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में उनका शव हॉस्टल के बंद कमरे में मिला उसके बाद परिजनों में मातम छा गया उसके पिताजी सेवा में है और मामा भी उसके परिवार ने न्याय की मांग की है.
बताया जा रहा है कि एक बार फिर से NDA एकेडमी में रैगिंग की समस्या को उजागर किया है. हालांकि NDA एकेडमी ने अभी तक इस मामले में आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो पाएगा.
छात्रों के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित हो
NDA एकेडमी में पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन और सैन्य प्रशिक्षण पर जोर दिया जाता है लेकिन रैगिंग जैसी घटनाएं न केवल एकेडमी की छवि खराब करती हैं, बल्कि छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालती हैं. इसलिए एकेडमी प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए और छात्रों के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करना चाहिए. अब देखना यह होगा कि एकेडमी प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं.