Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के शानदार प्रबंधन और नई तकनीकों को समझने के लिए नासिक की एक उच्च स्तरीय टीम मंगलवार को प्रयागराज पहुंची. यह टीम 2027 में होने वाले नासिक कुंभ की तैयारियों के लिए यहां के कुंभ प्रबंधन का अध्ययन कर रही है. टीम ने महाकुंभ के विभिन्न आयोजन स्थलों, घाटों और अखाड़ों का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया. महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने नासिक टीम को प्रयागराज कुंभ की पूरी योजना पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया. टीम ने भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, स्वच्छता व्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े तमाम पहलुओं को समझा.

इस दौरान टीम ने प्रयागराज के इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का दौरा किया. यह सेंटर महाकुंभ के दौरान पूरे शहर की निगरानी करता है और यहां से 2700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के जरिए भीड़ को नियंत्रित किया जाता है. इस सेंटर में पुलिस, प्रशासन, अग्निशमन, आपदा प्रबंधन, रेलवे और बीएसएफ के अधिकारी भी तैनात रहते हैं ताकि विभिन्न सेवाओं का समन्वय हो सके. 20 सदस्यीय नासिक टीम का नेतृत्व डिवीजनल कमिश्नर डॉ. प्रवीन गेडाम कर रहे हैं. टीम में विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रय कराले, जिलाधिकारी जलज शर्मा, नगर आयुक्त मनीषा खत्री और नासिक मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ माणिक गूर्सल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.

'नासिक महाकुंभ को प्रयागराज की महाकुंभ की भव्य बनाना चाहते हैं'डॉ. गेडाम ने कहा, “हम नासिक कुंभ 2027 को प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तरह भव्य बनाना चाहते हैं. इसलिए हमने यहां की व्यवस्थाओं का अध्ययन करने का निर्णय लिया. हमने आयोजन स्थलों, घाटों, अखाड़ों और सुरक्षा प्रबंधन को करीब से देखा ताकि नासिक में होने वाले कुंभ की बेहतर तैयारी कर सकें.” टीम ने ‘डिजिटल महाकुंभ’ पहल का भी निरीक्षण किया, जिसके तहत श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जाती है. इसके अलावा, टीम ने 50 लाइनों वाले टेलीफोन कॉल सेंटर का भी दौरा किया, जहां लापता लोगों की जानकारी, सुरक्षा संबंधी सहायता और अन्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं.

 

नासिक की टीम पहुंची प्रयागराज

क्या सीखा नासिक प्रशासन ने?• भीड़ नियंत्रण के लिए डिजिटल तकनीकों का उपयोग• रेलवे, बस और सड़कों पर यातायात प्रबंधन के कुशल तरीके• आपातकालीन स्थिति में राहत कार्यों की तेजी से योजना• श्रद्धालुओं को सेवाएं देने के लिए ‘डिजिटल महाकुंभ’ मॉडल• संक्रमण और बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरीन व्यवस्था

नासिक टीम के अधिकारियों ने कहा कि वे इन तमाम व्यवस्थाओं का उपयोग नासिक कुंभ 2027 में करेंगे ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव दिया जा सके. प्रयागराज महाकुंभ अपने शानदार प्रबंधन, सुरक्षा इंतजाम और डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. नासिक प्रशासन यहां से मिली सीख के आधार पर 2027 में अपने कुंभ को और बेहतर बनाने की योजना बना रहा है.

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