देहरादून. कोरोना काल में चलते वीरान हुई केदारघाटी की गुफा इन दिनों वीरान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्य आकर्षक रही ये गुफा सुनसान पड़ी है. दरअसल, कोरोना संक्रमण देश और प्रदेश में चरम सीमा पर है. ऐसे में राज्य सरकार की ओर से चारधाम यात्रा को हरी झंडी दिए जाने के बाद भी भक्त यहां आने से कतरा रहे हैं.

गिने-चुने लोग आ रहे हैं केदारनाथ इस बार गिने-चुने लोग ही बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए आ रहे हैं. बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदार घाटी के पुननिर्माण के लिए राज्य सरकार निर्देश देते रहे हैं. यहां पर भक्तों के ध्यान लगाने के लिए 7 से ज्यादा गुफाएं बनाई गई थी, लेकिन जिस गुफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ध्यान लगाया था वह अभी फिलहाल सुनसान पड़ी हुई है.

क्या कहता है प्रशासन? केदारनाथ में गुफाओं की देखरेख और एमडी, जीएमवीएन की जिम्मेदारी निभा रहीं इवा आशीष श्रीवास्तव ने इसके बारे में बताया. वो कहती हैं कि पीएम मोदी गुफा वैसे तो बहुत बड़े आकर्षण का केंद्र रही है, लेकिन इस बार प्राकृतिक आपदा में यह बिल्कुल सुनसान है. आशीष श्रीवास्तव ने बताया की पिछले साल पीएम मोदी के इस गुफा में ध्यान लगाने के बाद इसे भक्तों के लिए भी खोला गया. इस दौरान जून से अक्टूबर के बीच करीब डेढ़ लाख रुपये का व्यवसाय भी हुआ, लेकिन कोरोना वायरस के चलते यहां कुछ ही लोग आ रहे हैं. पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए मैनेजर ने इसका प्रचार करने को कहा है.

ये भी पढ़ें:

उत्तराखंड: कोरोना काल में सूनी पड़ी 'मोदी वाली गुफा', भक्तों का इंतजार

बरेली: बालाजी टेलीफिल्म की कलाकार ने कही बड़ी बात, पिता पर लगाया हत्या की कोशिश का आरोप