Kanwar Yatra 2025: मुजफ्फरनगर में सावन कांवड़ यात्रा से पहले कांवड़ मार्ग पर धर्म की "शुद्धता" को लेकर एक अनोखा अभियान ज़ोर पकड़ रहा है. हिंदू संगठन से जुड़े यशवीर महाराज जी की अगुवाई में होटलों और ढाबों पर “हिंदू–मुस्लिम का बोर्ड” लगाने की सघन जांच चलाई जा रही है. मक़सद सिर्फ़ एक—कांवड़ियों का धर्म भ्रष्ट न हो, और श्रद्धालुओं को रास्ते में “मुस्लिम संचालक” की दुकान पर खाना खाने से रोका जा सके.
महाराज जी का कहना है कि बीते वर्षों में ऐसी कई घटनाएँ सामने आईं, जिनमें “मुस्लिम ढाबा संचालकों” पर आरोप लगा कि वे खाने में थूककर, मूत्र मिलाकर या अन्य तरीक़े से खाने को अपवित्र कर देते हैं. इन्हीं आरोपों को आधार बनाकर इस बार हरिद्वार से लेकर पश्चिमी यूपी, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और मध्य प्रदेश तक जाने वाले कांवड़ मार्ग पर होटल, ढाबे, मिठाई और फल की दुकानों पर मालिक की असली पहचान की जा रही है.
पंडित जी वैष्णो ढाबा पर हंगामे के बाद चेतावनीहाल ही में दिल्ली–देहरादून नेशनल हाईवे पर बने “पंडित जी वैष्णो ढाबा” पर अभियान टीम के पहुंचने के बाद हंगामा मच गया. कर्मचारियों से आधार कार्ड माँगने पर विवाद इतना बढ़ा कि आरोप है—होटल कर्मचारियों की पैंट तक उतरवाकर धर्म की पुष्टि की कोशिश की गई. मामला गरमाया तो पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं को नोटिस थमा दिए. इस पर यशवीर महाराज ने साफ चेतावनी दी कि “अगर किसी भी कार्यकर्ता पर कार्रवाई हुई, तो देश के कोने–कोने का हिंदू सड़क पर उतरेगा, और बड़ा आंदोलन होगा.”
“देवी–देवताओं के नाम का दुरुपयोग”यशवीर महाराज जी का कहना है कि बड़ी संख्या में ऐसे ढाबे और दुकानें पकड़ी गईं, जिनके बोर्ड पर “पंडित”, “वैष्णो”, “शिव शंकर” जैसे नाम लिखे थे, लेकिन असली मालिक मुस्लिम निकले. महाराज जी ने कहा कि “मुस्लिम समाज को व्यापार का पूरा अधिकार है, लेकिन वो हिंदू देवी–देवताओं के नाम का दुरुपयोग क्यों करें? यह सीधे–सीधे धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ है.” महाराज ने दावा किया कि ऐसा करना भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत अपराध है, जिसमें सज़ा भी हो सकती है.
“कांवड़ यात्रा तक चलेगा अभियान”यशवीर महाराज जी ने साफ कहा कि यह अभियान कांवड़ यात्रा के पूरे सीज़न में चलेगा. अगर कहीं भी मुस्लिम संचालक देवी–देवताओं के नाम की आड़ में दुकान चलाता मिला, तो बड़ा विरोध और धरना–प्रदर्शन होगा. “हमारे नौजवानों को नोटिस मिले हैं, हम कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करेंगे, लेकिन मुकदमा दर्ज हुआ तो सारा हिंदू समाज सड़क पर उतरेगा,” महाराज जी ने चेतावनी दी.
महाराज जी का कहना है कि सनातन धर्म के अनुयायी कांवड़ यात्रा के दौरान पवित्रता चाहते हैं और इसी के लिए यह मुहिम जारी रहेगी. हमारा आंदोलन चलेगा, चाहे मुकदमे हों या नोटिस, हम पीछे नहीं हटेंगे. इस बीच, पुलिस भी कांवड़ मार्ग पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्क हो गई है. प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती अब धार्मिक भावना और कानून के बीच संतुलन साधने की होगी.
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