जनपद मुजफ्फरनगर में एक ओर जहां 5 सितंबर को होने वाली किसान महापंचायत की तारीख नजदीक लग रही है तो वहीं बीजेपी विधायकों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन भी तेज हो चला है.


गत 14 अगस्त को थाना भोराकलां क्षेत्र के कस्बा सिसौली में भारतीय जनता पार्टी के बुढाना से विधायक उमेश मलिक की गाड़ी पर पथराव व काला तेल डालने का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ कि थाना जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव मीरापुर दलपत में खतौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक विक्रम सिंह सैनी के खिलाफ भी किसानों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया है.


विक्रम सैनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी


दरअसल थाना जानसठ कोतवाली क्षेत्र के मीरापुर दलपत में खतौली से विधायक विक्रम सिंह सैनी विशाल प्रजापति नाम के एक कार्यकर्ता के घर पर बूथ कमेटी के सत्यापन कार्य के लिए पहुंचे थे. बीजेपी विधायक विक्रम सिंह सैनी के गांव मीरापुर दलपत में पहुंचने की सूचना भारतीय किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष जोगिंदर सिंह को लगी तो दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ जोगिंदर सिंह बीजेपी विधायक विक्रम सैनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बीजेपी कार्यकर्ता विशाल प्रजापति के घर के बाहर खड़ी विधायक की गाड़ी को घेर कर खड़े हो गए. साथ ही हाथों में काले कपड़े लिए भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने विधायक विक्रम सिंह सैनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई जिसके बाद पुलिस ने किसानों को काफी समझाने का प्रयास किया. नगर किसान बीजेपी और विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते रहे इस बीच पुलिस ने विधायक को अपनी सुरक्षा में गांव से निकालकर जानसठ तक सुरक्षित ले जाया गया. जिसके बाद बीजेपी विधायक विक्रम सिंह सैनी ने बिना कुछ बोले मीडिया से दूरी भी बना ली.


घटनाक्रम की वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल


वहीं इस हंगामे प्रदर्शन के दौरान किसी व्यक्ति द्वारा पूरे घटनाक्रम की वीडियो अपने मोबाइल में बना ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी. विधायक के खिलाफ नारेबाजी और काले झंडे दिखाए जाने की वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो जनपद भर में हंगामा खड़ा हो गया. वहीं किसान महापंचायत की तैयारी को लेकर रोडवेज बस स्टैंड के निकट गुरुद्वारे पर चल रही गुरु सिंह सभा की बैठक मैं पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक से इस बारे में जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा की अभी तो केवल विरोध हो रहा है.


भाजपाइयों को लग रहा था कि किसान गाजीपुर बॉर्डर पर है और अब किसान भाजपाइयों का इलाज करेंगे अभी उनके पास काला तेल और भी है. भाजपाइयों का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा. हालांकि इस मामले में अभी तक बीजेपी का कोई भी पदाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.


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