Mainpuri News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में निधन हो गया. उनके निधन के बाद अब यूपी में अगले छह महीने के अंदर फिर से उपचुनाव के रास्ते खुल गए हैं.


दरअसल, मुलायम यादव वर्तमान में समाजवादी पार्टी के सांसद थे. उन्होंने पिछला लोक सभा चुनाव सपा परिवार की परंपरागत सीट मैनपुरी से चुनाव लड़ा था. तब उनके खिलाफ बीजेपी ने प्रेम सिंह शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाया था. हालाकि मुलायम सिंह यादव ने अपनी परंपरागत सीट पर मोदी लहर में भी बीजेपी उम्मीदवार को आसानी से हरा दिया. तब मुलायम सिंह यादव ने 5.24 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए. उन्हें करीब 53.75 फीसदी वोट प्राप्त हुआ. जबकि उनके खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार को 4.30 लाख से ज्यादा वोट मिला, यानि करीब 44.09 फीसदी वोट मिले. लेकिन अब समाजवादी पार्टी संरक्षक के निधन से ये सीट खाली हो गई है. 


साल 1982 में बने थे विधान परिषद के सदस्य


अब अगर चुनाव आयोग के नियम के अनुसार देखा जाए तो कोई भी लोक सभा सीट छह महीने से ज्यादा व्यक्त तक खाली नहीं रह सकती है. इस वजह से मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई सीट पर अगले छह महीने के अंदर ही लोक सभा का उपचुनाव होना तय है. हालांकि इसकी अभी चुनाव आयोग द्वारा इसको लेकर कोई भी प्रतिक्रिया या तैयारी शुरू नहीं की गई है. इसलिए ये बताना अभी मुश्किल है कि इस सीट पर उपचुनाव चुनाव कब होगा.


दीगर है कि साल 1967 में पहली बार विधायक चुने गए थे. 1982 में मुलायम सिंह यादव विधान परिषद के सदस्य बने. इसके बाद वह साल 1987 तक वह विधान परिषद ने नेता विपक्ष बने रहे. साल 1989 में वह पहली बार मुख्यमंत्री और 1991 तक इस पद पर आसीन रहे. वो 8 बार विधानसभा के मेंबर रहे हैं. 2004, 2009, 2014 और 2019 में मुलायम सिंह यादव लोकसभा के लिए भी चुने गए थे.


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