Azam Khan on Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत को लेकर सियासत देखने को मिल रही हैं. एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी इस पर सबसे मुखर होकर बोल रही है तो वहीं दूसरी तरफ सपा नेता आजम खान के नाम से सोशल मीडिया के कुछ पोस्ट वायरल हो रहे हैं. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से इस अकाउंट से 13 घंटे में 12 बार पोस्ट किए गए, जिनमें 11 पोस्ट में मुख्तार अंसारी का जिक्र है. 


आजम खान नाम के हैंडल से जो पोस्ट किए गई हैं उसमें जहां एक तरफ मुख़्तार अंसारी को लेकर साहनुभूति जताई गई तो वहीं दूसरी तरफ इस घटनाक्रम को अतीक अहमद की तरह दिखाने की कोशिश भी की गई है. यही नहीं एक दो पोस्ट में खुद जेल में बंद आजम खान की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई है और नमाज में उनके लिए दुआ करने की अपील की.


आजम खान की सुरक्षा पर भी पोस्ट
इस अकाउंट से महज 13 घंटों के भीतर 12 पोस्ट की गई हैं. जिनमें से 11 पोस्ट में हैशटैग मुख्तार अंसारी किया गया है. एक पोस्ट में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं. अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी का नाम लिए बिना इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए थे. अखिलेश की इस पोस्ट को री-पोस्ट करते हुए पूछा गया है कि क्या मजबूरी है कि मुख़्तार अंसारी पर एक ट्वीट नहीं किया?  


सपा नेता आजम खान इन दिनों यूपी की सीतापुर जेल में बंद हैं. उनके पास कोई फोन होने की भी संभावना नहीं है. ऐसे में ये पोस्ट उनकी ओर से किए गए या ये हैंडल आजम खान का है, इस बात की पुष्टि एबीपी न्यूज नहीं करता है. लेकिन, गुरुवार रात से जिस तरह इस अकाउंट से एक के बाद एक पोस्ट किए गए हैं, इस पर चर्चा तेज हो गई है. जेल अधीक्षक सुरेश सिंह ने भी आजम खान के पास फोन होने से इनकार किया है. हालांकि कुछ जानकारों की मानें तो यह एक फैन पेज है.


गुरुवार (28 मार्च) को तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्तार अंसारी को बांदा के मेडिकल कॉलेज लाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई. मुख़्तार की मौत को लेकर परिवार की ओर से गंभीर आरोप लगाए गए हैं. परिवार ने जेल प्रशासन पर उन्हें धीमा जहर देने का आरोप लगाया है. वहीं कई विपक्षी नेताओं ने भी इस मौत पर शक जाहिर करते हुए यूपी सरकार पर सवाल उठाए हैं.


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