Mukhtar Ansari Death News: माफिया मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. इस दौरान उनके समर्थकों द्वारा नारेबाजी की गई थी, जिसे लेकर प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाने की तैयारी की है. पुलिस इन लोगों को चिन्हित करने की कोशिश में लगी है. इन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 


शनिवार (30 मार्च) को मुख्तार अंसारी के जनाजे में भारी संख्या में भीड़ उमड़ी थी. मुख़्तार के जनाजे को जब कालीबाग के कब्रिस्तान लाया गया तो उन्हें मिट्टी देने के भी भीड़ उमड़ पड़ी थी, इस दौरान कई लोगों ने बैरिकेटिंग हटाकर कब्रिस्तान में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की, यही नहीं कई लोगों ने नारेबाजी भी की, जिसके बाद वहां थोड़ी देर के लिए अव्यवस्था फेल गई थी. जिसे संभालने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी. 


नारेबाजी करने वालों पर होगी कार्रवाई
इस घटना को लेकर गाजीपुर की डीएम आर्यका अखौरी ने तभी सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी, उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी की गई है. जिसके जरिए नारेबाजी करने वालों की पहचान की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की भी बात कही थी. 


डीएम के निर्देश पर अब पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है. वीडियोग्राफी के जरिए जनाजे में नारेबाजी करने वालों की पहचान की जा रही है. आपके बता दें कि इस दौरान मुख्तार के भाई और सांसद अफजाल अंसारी भी डीएम आर्यका अखौरी से भिड़ गए थे. दोनों की बीच तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली थी. 


हालांकि बाद में अफजाल अंसारी ने अपने समर्थकों से कहा था कि मिट्टी तो कभी भी दी जा सकती है. लेकिन इस तरह हुड़दंग करना ठीक नहीं है. उन्होंने जिसे मिट्टी देनी वो एक दो दिन बाद भी आकर दे सकता है और जो जहां हैं वहां से फातिया भी पढ़ सकता है. 


दरअसल मुख्तार अंसारी की मौत पर सियासत भी जमकर देखने को मिल रही है. परिवार के सदस्यों ने मुख्तार को धीमा जहर देने का आरोप लगाया, जिसके बाद कई विपक्षी राजनीतिक दलों ने इसकी जांच की मांग की है. इनमें सपा अध्यक्ष अखिलेश, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस, बसपा सुप्रीमो माायवती और आरजेडी जैसी राजनीति दल भी शामिल हैं.