धनतेरस के साथ शुरू हुआ पंच दिवसीय दीपोत्सव पर्व आज भाई दूज के साथ समाप्त हो गया है, भाई दूज का पर्व भाई-बहन के प्यार और स्नेह का प्रतीक है. आज के दिन बहने अपने भाइयों के माथे पर तिलक, मिठाई खिलाकर लंबी आयु की कामना करती हैं. उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों की तरह मुरादाबाद जेल में भी भाई दूज का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया. जेल प्रशासन ने बहनों को उनके भाइयों से मिलवाने के लिए खास इंतजाम किये थे.

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दरअसल, भाई दूज के अवसर पर मुरादाबाद जिला जेल में भावुक नजारा देखने को मिला. जेल में बंद अपने भाइयों से मिलने बहने पहुंची. जेल प्रशासन की विशेष अनुमति के बाद आज कैदियों की बहनों को अपने भाइयों से मिलने का मौका दिया गया. सामान्यता मिलाई के लिए जो वक्त होता है आज उससे पहले ही सुबह से जेल प्रशासन की ओर से बहनों को अपने भाइयों से मिलने की अनुमति दी गई.

सिर्फ बहनों को रहती है भाइयों से मिलने की अनुमति

इस संबंध में अधिकारियों की तरफ से बताया गया है कि आज के दिन सिर्फ बहनों को ही अपने भाइयों से मिलने की अनुमति जेल प्रशासन की ओर से दी गई है. जेल प्रशासन की ओर से जेल परिसर में भैया दूज के मौके पर समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं.

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जेल अधीक्षक ने क्या कहा?

जेल सुपरिंटेंडेंट आलोक कुमार ने बताया कि जेल के अंदर भाइयों को तिलक करने की व्यवस्था की गई है. भाइयों से मिलने आई बहनें अपने साथ मिठाई और फ़ल लेकर जेल पहुंच रही है. जेल प्रशासन की ओर से जेल कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर बहनों के द्वारा लाई गई मिठाई और अन्य सामग्री की जांच पड़ताल करने के बाद ही अंदर भेजा जा रहा है.

भाई से मिलने के बाद भावुक नजर आईं बहनें

भाई-बहन के इस मिलन के दौरान कई बहनें भावुक नजर आईं, बहनों ने कामना की की अगली बार उनका भाई उनके घर पर हो. जेल प्रशासन का कहना है कि यह पहल कैदियों में पारिवारिक जुड़ाव और सकारात्मक सोच बनाए रखने के लिए की गई है.

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