Moradabad News: वक्फ संशोधन बिल को लेकर यूपी सहित पूरे देश में विरोध देखने को मिल रहा है. अब इसी बीच समाजवादी पार्टी नेता व पूर्व सांसद एसटी हसन ने भी वक्फ बिल का विरोध किया है. सपा नेता डॉक्टर एसटी हसन ने कहा कि वक़्फ़ कानून के जरिए सरकार मुसलमानो की वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करना चाहती है. इसीलिए इस संशोधित अधिनियम में जिलाधिकारी को असीमित शक्तियां दे दी गई है. उन्होंने कहा कि अगर वक़्फ़ संपत्तियों का दुरूपयोग रोकना है तो ताजमहल, लाल किला और कुतुब मीनार भी तो वक़्फ़ संपत्तियों में आते हैं, सरकार इनकी आमदनी का क्या कर रही है, सरकार को इनकी आमदनी से मुसलमानों के उद्धार के लिए काम करना चाहिये. 

एसटी हसन ने कहा है कि, इस आमदनी को मुसलमानों के विकास के लिए खर्च करें, तभी हम मोदी जी क़ी सौगात को मानेंगे. सरकार जो वक़्फ़ बिल ला रही है, उसमें से जिला अधिकारी को हटा दें तो हम मानेगे. वक़्फ़ संपत्तियों पर को कब्जे गलत कर रखे हैं उसे हटवा दें. वक़्फ़ बोर्ड के बारे में झूठा प्रचार किया जा रहा है.

नमाज विवाद पर योगी सरकार को घेराडॉ एसटी हसन ने सड़क पर नमाज़ पढ़े जाने की रोक वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का विरोध करते हुए कहा कि जब सब धर्मों के कार्यक्रम सड़को पर होते हैं तो एक घण्टे अगर नमाज़ के लिए रूट डायवर्ट कर दिया जाए तो क्या परेशानी है. कांवड़ और जगन्नाथ यात्रा के लिए भी तो रूट डाइवर्ट किए जाते हैं हमें उत्पात वाले शब्द पर आपत्ति है.  हम चाहते है कि हिन्दू मुस्लिम के बीच फासले खत्म होने चाहिये. 

उत्तराखंड में धामी सरकार के कई स्थानों के नाम बदल देने पर उन्होंने कहा कि आप हिंदुस्तान के अंदर इतिहास बदल दोगे लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतिहास कैसे बदलोगे? नाम बदल देने से इतिहास नहीं बदल जाता. ये सब छिचौरी राजनीति है.

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