उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने ऐसे गैंग को पकड़ा है जो फर्जी बिल ट्रेडिंग और बोगस फर्मों के जरिए करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी कर रहा था. पुलिस ने बताया है कि आरोपियों द्वारा लगभग 5 साल से जीएसटी की चोरी की जा रही थी.

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इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं और उनके पास से मोबाइल, आधार कार्ड, कई एटीएम कार्ड और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिले हैं, पूछताछ में सामने आया है कि यह गैंग 4 से 5 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी कर चुका है. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है.

टैक्स चोरी गैंग का भंडाफोड़

अपराध शाखा मुरादाबाद ने फर्जी जीएसटी फर्मों के जरिए टैक्स चोरी करने वाले इंटर-डिस्ट्रिक्ट गैंग को पकड़ लिया है. आरोपी दिल्ली में 50 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक की कीमत पर बोगस फर्म खरीदते थे, इसके बाद फर्जी जीएसटी नंबर, ई-वे बिल और नकली खरीद-बिक्री दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट पास किया जाता था. 

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असल में सामान का कोई लेन-देन नहीं होता था सिर्फ कागजों में करोड़ों के फर्जी बिल बनाए जाते थे. मुख्य आरोपी इखलाक ने बताया कि आर्थिक तंगी के चलते वह इस काम में शामिल हुआ, उसका साथी शाहिद उसे फर्जी बिलिंग का तरीका समझाकर इस गैंग में ले आया.

पुलिस ने आरोपियों से बरामद किया ये सामान

 इनके पास से मोबाइल फोन, आठ एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड और कई डिजिटल सबूत बरामद हुए हैं. जांच में सामने आया है कि आरोपी फर्जी मोबाइल नंबर, ईमेल और व्हाट्सएप आईडी बनाकर फर्जी फर्मों को चलाते थे. 

पुलिस के मुताबिक यह गैंग करीब पांच साल से सक्रिय था और अब तक 4 से 5 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी कर चुका है. दोनों गिरफ्तार आरोपियों मो. इखलाक मलिक और इफ्तिखार आलम उर्फ दानिश कबाड़ी के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस इनके बाकी साथियों की भी तलाश कर रही है.