कानपुर, प्रभात अवस्थी। बिहार की तर्ज पर अब कानपुर में भी बच्चा चोरी की अफवाह में लोग हिंसा का रास्ता अपना आ रहे हैं। वे बगैर कुछ समझे बूझे केवल शक के आधार पर लोगों की पिटाई कर रहे हैं। इस घटना में भी पुलिस जहां दोनों को बच्चा चोरी से जुड़ा नहीं मान रही है वहीं लोग दावा कर रहे हैं कि दोनों बच्ची को चुराकर भाग रहे थे। बिहार और झारखंड में बच्चा चोरी के शक में लोगों को पीट पीटकर मार डालने वाली शर्मनाक घटनाओं का असर लगता है अब यूपी पहुंच गया है। कानपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में इस तरह की कई घटनाएं पिछले पंद्रह दिनों में घट चुकी हैं। जिसमें बच्चा चोरी का आरोप लगाकर कई लोगों की बेरहमी से पिटाई की जा चुकी है। मंगलवार को कानपुर शहर से लगे बिधनू इलाके में दो बुजुर्गों को बच्चा चोरी का आरोप लगाकर बेरहमी से पीटा गया। इतना ही नहीं लोगों ने इनकी मारपीट का वीडियो बनाकर वायरल भी किया। पुलिस ने मारपीट करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बच्चा चोरी की किसी भी संभावना से पुलिस ने इंकार कर दिया है।
दो बुजुर्गों की पिटाई कानपुर के विधनू इलाके में इसलिए हुई क्योंकि किसी ने अफवाह फैला दी कि ये कंचन के घर से उसकी दो साल की बच्ची पलक को उठा ले जा रहे थे। बस इसके बाद लोगों ने इन्हें पकड़ लिया न कुछ पूछा न समझा, सबने लात घूसों से इनकी धुनाई शुरू कर दी। इसके बाद हर व्यक्ति यही दावा करने लगा कि ये बच्ची को लेकर भाग रहे थे। बच्ची की मां तो यह दावा करने लगी कि मैंने अपनी आंखों से बच्ची को ले जाते देखा है। इसके बाद सुनी सुनाई बात पर हर व्यक्ति यही बखान करने लगा कि ये बच्ची को ले जा रहे थे, ये कई दिनों से यहां आ रहे थे।
पुलिस जांच में किसी भी घटना का जुड़ाव बच्चा चोरी से नहीं पाया गया। मारपीट का शिकार हुए जयराम और रंजीत एक हफ्ते से इसी इलाके में रहते थे। आज की घटना पर एसएसपी का कहना है बच्चा चोरी का कोई मामला नहीं है क्योंकि ये दोनों व्यक्ति एक हफ्ते पहले ही यहां रहने आये थे इनको कुत्तों ने दौड़ा लिया था फिर लोग इनको पीटने लगे इसमें मारपीट करने वाले दो लोग पुलिस हिरासत में हैं।
कितनी अजीब बात है कि एक तरफ आज हम चांद पर अपना डंका बजाने जा रहे हैं, वही दूसरी तरफ आज भी हमारी मानसिकता इतनी संकीर्ण है कि सिर्फ अफवाह पर ही इतनी जल्दी उत्तेजित हो जाते हैं कि अपने जैसे ही इंसानों से पल भर में ही जानवरों जैसा बर्ताव करने लगते हैं कम से कम हमें हिंसा से पहले उनकी सफाई भी सुन लेनी चाहिए शायद उससे हम जानवर बनने से बच जाय।