मेरठ में चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड मामले में बड़ा मोड़ आ गया है. पति की हत्या कर नीले ड्रम में डालने वाली मुस्कान रस्तोगी ने रविवार को एक बेटी को जन्म दिया है, जिसे लेकर सौरभ के परिजनों ने बड़े सवाल उठाए हैं. परिजनों ने बच्ची का डीएनए कराने की मांग की है ताकि पता चल सके कि बच्ची का पिता कौन हैं?
सौरभ के परिजनों ने सवाल उठाया है कि सौरभ के जन्मदिन के दिन ही मुस्कान की डिलीवरी होना संयोग नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि मुस्कान लगातार माइंड गेम खेल रही हैं, वो चाहती थी कि सौरभ के जन्मदिन वाले दिन अगर बेटा पैदा होता तो वो उसे सौरभ का पुनर्जन्म बताती.
सौरभ के परिजनों ने की डीएनए जांच की मांग
सौरभ के भाई राहुल ने कहा कि उन्हें शक है कि यह बच्ची सौरभ की नहीं, बल्कि साहिल की है इसीलिए उन्होंने कोर्ट से डीएनए जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर डीएनए टेस्ट में बच्ची सौरभ की निकली तो वे उसकी परवरिश की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं क्योंकि उन्हें डर है कि मुस्कान बच्ची को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
जानकारी के अनुसार, मुस्कान रस्तोगी को 23 नवंबर की रात मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. अगले दिन यानी 24 नवंबर की शाम करीब सात बजे मुस्कान ने बेटी को जन्म दिया. इस दौरान 10 से अधिक डॉक्टरों की टीम मौजूद रही. डॉ. शकुन सिंह ने बताया कि यह डिलीवरी मेडिकल टीम के लिए एक चुनौती थी लेकिन, सब कुछ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.
डॉक्टर ने कहा कि अगर कोर्ट से डीएनए जांच का आदेश आता है तो बच्ची और सौरभ के परिजनों के ब्लड सैंपल लेकर जांच कराई जाएगी.
जेल में भी मेडिकल टीम करेगी देखरेख
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि मुस्कान के बेटी के साथ अस्पताल से लौटने के बाद मेरठ जेल में भी एक चिकित्सक टीम लगातार मां-बेटी की सेहत की निगरानी करती रहेगी. नियमों के अनुसार, बच्ची छह साल की उम्र तक अपनी मां के साथ जेल में रह सकती है. उनकी सुरक्षा और सेहत की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
उन्होंने कहा कि डीएनए जांच के बाद यदि कोर्ट का कोई नया आदेश आता है, तो उसी के अनुसार आगे का फैसला लिया जाएगा. फिलहाल सबकी निगाहें डीएनए रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह साफ हो सकेगा कि नवजात बच्ची सौरभ राजपूत की है या साहिल की.
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