यूपी में सोशल मीडिया पर ‘भगवा लव ट्रैप’ के नाम से सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले आरोपी फिरोज को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. मेरठ में मामला दर्ज होने के बाद आरोपी अलीगढ़ से फरार होकर बिहार चला गया था. साइबर सेल और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उसे देर रात दबोचकर मेरठ लाया गया.

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यह मामला 28 अप्रैल को तब सामने आया जब चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी की छात्रा ने थाना मेडिकल में शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसकी सहपाठी के साथ फोटो इंटरनेट पर अपलोड कर उस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी. 

पीड़ित छात्रा की शिकायत पर कार्रवाई

इस पोस्ट को ‘भगवा लव ट्रैप’ से जोड़कर प्रस्तुत किया गया, जिससे छात्रा की सामाजिक छवि धूमिल हुई. पीड़िता की शिकायत के आधार पर इंस्टाग्राम आईडी की जांच की गई तो पता चला कि यह आईडी अलीगढ़ निवासी फिरोज की है.

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पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने कई आपत्तिजनक सामग्री अपलोड की है. इन पोस्ट में दावा किया गया कि हिंदू युवकों से विवाह कर मुस्लिम युवतियां धर्म परिवर्तन के बाद वापस मुस्लिम मजहब में लौटाई जाएंगी. इन बयानों को ‘भगवा लव ट्रैप’ का नाम देकर प्रस्तुत किया गया, जिसका उद्देश्य समाज में सांप्रदायिक तनाव फैलाना था.

पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा

साइबर जांच से यह भी खुलासा हुआ कि फिरोज खुद को धर्म का ठेकेदार बताकर विदेशों से फंडिंग हासिल करने की कोशिश कर रहा था. पुलिस के अनुसार, उसका मकसद समाज में जहर घोलना और धार्मिक भावनाओं को भड़काना था. 

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में फिरोज ने मेरठ के कुछ अन्य लोगों के नाम भी उजागर किए हैं, जो उसके साथ इस साजिश में शामिल रहे हैं. इन नामों की भी जांच की जा रही है.

एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि आरोपी को अलीगढ़ और बिहार में दबिश देने के बाद गिरफ्तार कर मेरठ लाया गया है. फिलहाल उससे पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसके साथ कितने लोग जुड़े हुए हैं और उसकी गतिविधियों के पीछे असल मकसद क्या था. सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियां भी इस मामले की गहन जांच में जुटी हुई हैं.

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