Meerut News: बहुजन समाज पार्टी (BSP) के वरिष्ठ नेता और वेस्ट यूपी के प्रभारी रहे शमसुद्दीन राइन (Shamsuddin Raini) के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है. दलित कार्यकर्ता से पिटाई मामले में मेरठ (Meerut) की स्पेशल एससी एसटी कोर्ट ने बसपा नेता के खिलाफ गैर जमानटी वारंट जारी किया गया है. शमसुद्दीन राइन इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में हाजिर नहीं हुए, कई बार नोटिस (Notice) देने के बाद भी उन्होंने कोर्ट की अवमानना की, जिसके बाद स्पेशल कोर्ट ने पुलिस को बसपा नेता को गिरफ्तार कर 18 अक्टूबर तक पेश करने का आदेश दिया है.  

बसपा नेता शमसुद्दीन राइन वेस्ट यूपी प्रभारी रहे हैं. इसके साथ ही उन्हें पार्टी ने उत्तराखंड की भी जिम्मेदारी दी थी. दलित कार्यकर्ता से मारपीट के मामले में तमाम नोटिसों के बावजूद राईन कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे थे और लगातार कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रहे थे, जिसके बाद स्पेशल-SC ST कोर्ट ने शमसुद्दीन का गैर जमानती वारंट जारी किया है. अदालत ने उन्हें 18 अक्टूबर तक कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है. इस मामले में राईन और बसपा जिलाध्यक्ष समेत 20 लोगों के खिलाफ नोचंदी थाने में केस दर्ज है. 

जानें- पूरा मामला

दरअसल ये पिछले साल 26 अप्रैल 2022 का मामला है, जब बसपा कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक चल रही थी. इस बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे. इस दौरान दलित कार्यकर्ता ने जब अपनी बात कही तो वहां मौजूद दूसरे लोगों ने उनके साथ गाली गलौज शुरू कर दी. बात बढ़ी तो हाथापाई तक पहुंच गई और आरोपियों ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किए और पार्टी दफ्तर से धक्के देकर बाहर निकाल दिया था. 

इस मामले में दलित कार्यकर्ता ने मेरठ के नोचंदी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें उसने शमसुद्दीन समेत 20 लोगों के खिलाफ मारपीट और उन्हें जान से मारने की धमकी देने का आरोपा लगाया. मारपीट के दौरान उनकी जेब में रखे 28 हजार रुपये निकालने की भी बात सामने आई थी. 

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