जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना पर आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि पहलगाम की घटना जालिमाना और कायराना है. भारत का मुसलमान उन दुखी परिवारों के साथ में हमदर्दी का इजहार करते है, जो लोग इस घटना में प्रभावित हुए. घटना के बाद आज जुमे की पहली नमाज थी.

उन्होंने कहा कि हमने ऐलान किया था कि जुमे की नमाज में तमाम मस्जिद के इमाम और सभी नमाज पढ़ने वाले लोग, देश की एकता और अखंडता के लिए दुआ करें और इस बात के लिए भी दुआ करें कि हमारे देश में अमन और शांति कायम रहे. भारत की तमाम मस्जिद में अमन व शांति और भारत की अखंडता और एकता के लिए दुआ की गई. सभी मुसलमानो ने एक जुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कडा कदम उठाने की मांग की.

पट्टी बांधने का रिवाज अब खत्म होना चाहिए- रजवीमौलाना ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमने काली या सफेद पट्टी बांधने का कोई ऐलान नहीं किया है. ओवैसी साहब (AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ) ने काली पट्टी बांधने का ऐलान किया है. उन्होंने कुछ दिन पहले वक्फ संशोधन बिल के मामले में भी काली पट्टी बांधने का ऐलान किया था. हमने सिर्फ यह ऐलान किया है कि देश की रक्षा सुरक्षा और शांति सद्भाव कायम करने के लिए नमाज के दौरान सामूहिक दुआ करें. काली व सफेद पट्टी बांधने का रिवाज अब खत्म होना चाहिए, इस तरह की चीजों से सौहार्द का वातावरण बिगड़ता है.

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मौलाना ने आगे कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, इस्लाम हिंसा नहीं सिखाता है. कुरान शरीफ मे कहा गया है की किसी एक बेकसूर व्यक्ति को कत्ल करना पूरी इंसानियत को कत्ल करना है. पैगंबर ऐ इस्लाम ने अमन और शांति की शिक्षा दी और भाई चारा सिखाया. आतंकवादी इस्लाम के नाम पर कलंक हैं और पूरी दुनिया में इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं.