राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने मुस्लिमानों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. मौलाना ने जारी एक बयान में कहा है कि जो काम उत्तर प्रदेश में सपा चीफ व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने किया है, वही काम बिहार में तेजस्वी यादव कर रहे हैं.
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा कि, "बिहार में चुनाव का आगाज हो चुका है और सभी पार्टियाँ एक-दूसरे के खिलाफ़ होड़ में हैं, लेकिन ख़ास बात यह है कि जब सहरसा से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने अपनी 'वोटर अधिकार यात्रा' शुरू की, तो रैली में कोई मुस्लिम चेहरा नहीं दिखा. उसके बाद एक महीना राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पूरे बिहार में दौरा करते रहे लेकिन उनकी गाड़ी या मंच पर कोई भी मुसलमान नजर नहीं आया."
तेजस्वी नहीं चाहते मुस्लिम कैडर बिहार में उभर कर आए- मौलाना
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने आगे कहा कि, जो काम अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में मुस्लिम नेताओं को निराश कर किया. वही तेजस्वी यादव बिहार में कर रहे हैं. बिहार में तेजस्वी यादव मुस्लिम कैडर को खत्म कर रहे हैं और नजरअंदाज कर रहे हैं. तेजस्वी यादव नहीं चाहते हैं कि मुस्लिम कैडर बिहार में उभर कर आए. बिहार में 25 फीसदी आबादी मुस्लिम की है.
तेजस्वी 25 फीसदी वोटों की नहीं फिक्र- मौलाना
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने तेजस्वी यादव पर यह भी आरोप लगाया है कि तेजस्वी यादव ढ़ाई फीसदी वोट के लिए मुकेश सहनी को अपने लेकर चलते हैं, हेलीकॉप्टर में साथ लेकर चलते हैं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में साथ में रखते हैं. मगर, तेजस्वी यादव ने अब तक किसी मुस्लिम लीडर को अपने बगल में नहीं बैठाया है. यह भी कहा कि, तेजस्वी यादव को 2.5 फीसदी वोट की फिक्र है, लेकिन उन्हें (तेजस्वी यादव) 25 फीसदी वोट की फिक्र नहीं है.
"अखिलेश की तरह तेजस्वी भी मुसलमानों को कर रहे नजरअंदाज"
मौलाना ने आखिरी में दावा किया तेजस्वी यादव चाहते हैं कि बिहार में मुस्लिम कैडर खत्म हो जाए. इसीलिये मुस्लिम चेहरों को नजर अंदाज कर रहे हैं. जो काम अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में किया, वही काम तेजस्वी यादव बिहार में कर रहे है. आपको बता दें कि बिहार राज्य की 243 विधानसभा सीटों के लिए निर्वाचन आयोग ने चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसी के साथ ही राजनीतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं.