UP News: समाजवादी पार्टी के खिलाफ मुसलमानों की सबसे बड़ी मरकज दरगाह आला हजरत से भी आवाज उठने लगी है. तंज़ीम उलमा ए इस्लाम दरगाह आला हज़रत बरेली शरीफ राष्ट्रीय महासचिव और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी (Shahabuddin Razvi Bareilvi) ने ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को पत्र लिखकर कहा है कि जितनी जल्दी हो सके सपा (SP) के खिलाफ आंदोलन चलाने का एलान करें और मुसलमानों के मुद्दे उठाएं, तंज़ीम उलमा ए इस्लाम उनका खुलकर समर्थन करेगी.
अखिलेश के खिलाफ मुसलमानों की सबसे बड़ी मरकज
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा कि सपा अब एक डूबता हुआ जहाज़ है, अखिलेश यादव की मुस्लिम मामलों पर खामोशी के चलते 50 फीसद मुसलमानों ने सपा से दूरी बना ली है और बाकी 50 फीसद मुसलमान आने वाले लोकसभा के इलेक्शन तक अलग हो जाएंगे. इसलिए अगर आप सपा के साथ रहे तो लोकसभा के इलेक्शन में आपको एक सीट भी नहीं मिल पाएगी. उन्होंने कहा कि मेरी राय पर सुभासपा जिम्मेदार तरीके से विचार विमर्श करे.
सपा के खिलाफ आंदोलन करें राजभर
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने कहा की "मैं आपको बताना चाहता हूं कि आप (ओमप्रकाश राजभर), शिवपाल, मौलाना तौकीर रजा खां और दूसरे लिडरान मिलकर एक मोर्चा बनाए और सपा के खिलाफ जबरदस्त अंदाज में मुहिम चलाएं. मुसलमानों के मुद्दे भी उठाएं, मुसलमान आपके साथ खड़ा नजर आएगा. "तंज़ीम उलमा ए इस्लाम आपका खुलकर समर्थन करती है." Kanwar Yatra 2022: आजम खान की मांग- हादसे में जान गंवाने वाले कांवड़ियों को 50 लाख का मुआवजा दे सरकार
अखिलेश को लेकर कही ये बातओम प्रकाश राजभर से उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव में आपने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से गठबंधन कर चुनाव लड़ा था लेकिन कामयाबी नहीं मिली. लोकसभा उपचुनाव में भी सपा के उम्मीदवारों को नाकामी मिलने के बाद आपने उन्हें अपना साथी होने के नाते एसी से बाहर निकलने के लिए कहा था. अगर वो बाहर निकलते तो उन्होंने हार का मुंह नहीं देखना पड़ता. आपने अखिलेश के हित के लिए कहा लेकिन इसे तूल दिया गया. अखिलेश की मुखालफत करने वालों में आज़म खां रहे. रामपुर और आजमगढ़ की दोनों लोकसभा सीटें मुस्लिम बहुल्य है, दोनों जगह आज़म खां ने अपने पुराने अंदाज में मुसलमानों से वोट की भीख मांगी, मगर मुसलमानों ने उनकी बात को अनसुना कर दिया जिसकी वजह से सपा हार गई.
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