उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में कोतवाली रानीपुर पिरुआ गांव में रविवार (21 दिसंबर) को एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां वारंटी की गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे पुलिस को जान बचाकर मौके से पीछे हटना पड़ा. देर रात दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर पथराव किया गया. इस हमले में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए. बताया जा रहा है कि बलिया सिविल कोर्ट द्वारा जारी वारंट की तामील के लिए जनपद बलिया से पुलिस टीम मऊ पहुंची थी.

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पुलिस वारंटी शिव प्रताप सिंह को गिरफ्तार करने गई थी, जिस पर बलिया कोर्ट में वर्ष 2024 में धोखाधड़ी समेत कई मुकदमे दर्ज हैं. उल्लेखनीय है कि दो महीने पहले छठ के दिन आरोपी वारंटी के भाई राजेश सिंह उर्फ मंटू सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना ने अपराधियों के हौसलों और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. एसपी मऊ ने इस मामले सख्त कार्रवाई करने का दावा किया है.

परिवार ने पुलिस पर लगाया आरोप

आरोपी और उसी परिवार के छोटे भाई मृतक राजेश सिंह की पत्नी ने आरोप लगाया कि उनके पति की हत्या हो गई है. पुलिस उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है. उनका कहना है कि परिवार के लोगों और उनके भाई को पुलिस उठा ले गई है, जो अनुचित है. उन्होंने पुलिस से परिवार को परेशान न करने की गुहार लगाई. पुलिस की करवाई को लेकर परिजनों में आक्रोश है. आधी रात को पुलिस दबिश पर भी सवाल कर रहे हैं.

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एसपी ने सख्त कार्रवाई का दावा किया

घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक इलामारन जी ने बताया कि बीती 20 तारीख की रात पिरुआ गांव में बलिया पुलिस एनबीडब्ल्यू की तामील के लिए गई थी. वहां मौजूद लोगों ने पुलिस फोर्स के साथ बदतमीजी और हमला किया. इस संबंध में रानीपुर थाने में 14 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें 6 लोग नामजद हैं और कुछ अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस घटना में कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं, जिनका इलाज कराया जा रहा है.