Mau News: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. आम जनता को दी जाने वाली दवाइयों को रखकर एक्सपायरी कर दिया गया. इतना ही नहीं इन एक्सपाइयरी दवाओं को गैर-जिम्मेदाराना तरीके से नष्ट करने के लिए नहर के किनारे खुले में फेंक दिया गया. इस घटना के सामने आते ही पूरे स्वास्थ्य महकमें हड़कंप मच गया. आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में संज्ञान लिया और जांच के आदेश दे दिये है.


यह मामला जिले के रतनपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र इलाके में पड़ने वाली नहर के किनारे का है. यहां झाड़ियों में भारी मात्रा में सरकारी दवाएं पड़ी मिली हैं. मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आनन-फानन में एक टीम गठित कर एडिशनल मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में घटनास्थल पर भेज दिया.


हालांकि जिन दवाओं को नहर के किनारे झाड़ियां में फेंका गया है उनमें कोविड महामारी के दौरान प्रयोग में लाई जाने वाली प्रमुख रूप से दवाई थी. इसके साथ ही कई अन्य जीवन रक्षक दवाई भी शामिल है जिसमे हार्ट जैसे गंभीर बीमारी में इलाज होता है. 


अधिकारी बोलें- दोषियों पर होगी कार्रवाई 
एडिशनल सीएमओ भैरव कुमार पांडे ने बताया कि जो दवाई यहां फेकी गई हुई हैं यह सभी सरकारी दवाएं हैं. हालांकि पूरे प्रकरण की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिया जाएगा और मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल यह जो दवाई है, यह सभी एक्सपायर हो चुकी हैं. ये महत्वपूर्ण दवाई है जिनका इस्तेमाल गंभीर इलाजों में किया जाता है. इसके पहले इसी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत गुलौरी गांव में कुएं में दवाई मिली थी, तत्कालीन उस कर्मी को मामले में जांच में दोषी पाए जाने पर सस्पेंड करने की कार्रवाई की जा चुकी है.


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