यूपी के मथुरा जनपद से एक राहत भरी खबर सामने आई है. बीते कई दिनों से लगातार बढ़ रहा यमुना नदी का जलस्तर अब घटने लगा है. आज सुबह 6 बजे मथुरा के प्रयाग घाट पर यमुना का जलस्तर 166.12 मीटर दर्ज किया गया. हालांकि यह अभी भी चेतावनी स्तर (165.2 मीटर) और खतरे के निशान (166 मीटर) से ऊपर बह रहा है. जलस्तर में कमी आने से मथुरा के निवासियों और जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है.

बता दें कि एक सप्ताह से अधिक समय से यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से मथुरा में चिंता का माहौल था. नदी के किनारे बसी कॉलोनियों और नजदीकी गांवों के लिंक रोड तक पानी पहुंच गया था, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. यमुना के बढ़ते जलस्तर ने बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया था, जिससे प्रशासन भी सतर्क हो गया था. प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, क्योंकि कई निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका बढ़ रही थी.

जलस्तर घटने से सामान्य होने की उम्मीद

यमुना के जलस्तर में कमी शुरू होने से अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने की उम्मीद है. पानी की वापसी शुरू होने से प्रभावित कॉलोनियों और गांवों के लिंक रोड पर राहत मिलने लगी है. जिला प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. स्थानीय अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है, ताकि प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता मिल सके.

प्रशासन अब भी सतर्क

जलस्तर में भले ही कमी आई है, लेकिन यमुना अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिला प्रशासन ने मथुरा वासियों से सतर्क रहने और नदी के किनारे अनावश्यक रूप से न जाने की अपील की है. प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं.