Mathura NEWS: उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद की एक अदालत में अर्जी दायर कर श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर के पास स्थित शाही ईदगाह में नमाज पढ़े जाने पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया है.
हाल के महीनों में कुछ संगठनों ने ईदगाह को वहां से हटाकर उक्त भूमि श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट को दिए जाने संबंधी अनुरोध के साथ अदालत का रुख किया है.
रास्ते को रोककर नमाज अदा करने को लेकर आपत्ति वादी के पैरोकार अधिवक्ता राजेंद्र माहेश्वरी ने बताया कि उन्होंने अर्जी में यह भी दावा किया है कि 1992 में अयोध्या स्थित बाबरी ढांचा ढहाए जाने के बाद शुरुआत में जुमे (शुक्रवार के दिन) की नमाज शुरू की गई और फिर धीरे-धीरे पांचों वक्त की नमाज अदा की जाने लगी. उन्होंने इस पर रोक लगाने की मांग की है. माहेश्वरी ने कहा कि सिविल जज सीनियर डिवीजन ज्योति सिंह की अदालत में चल रहे मामले में वादी ने कथित तौर पर ईदगाह के आसपास रास्ते को रोककर नमाज अदा करने को लेकर भी आपत्ति जताई है.
5 जनवरी को सुनवाई कर सकता है कोर्ट
श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर बीते कुछ दिनों से चल रहे विवाद का मामला बढ़ता जा रहा है एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो दायर याचिका की सुनवाई 5 जनवरी को हो सकती है. आपको बता दे कि इस प्रस्ताव में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए राम जन्मभूमि के 2019 के फैसले का हवाला देते हुए कहा गया है कि जिस प्रकार कोर्ट के द्वारा हिंदू के पक्ष में फैसला सुनाया गया था और मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के लिए जमीन उपलब्ध कराने को कहा था. इसी प्रकार इस फैसले को भी आपसी तालमेल से हल करने की पेशकश की है.
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