UP News: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के बेटे और एटा (Etah) से बीजेपी (BJP) के सांसद राजवीर सिंह (Rajveer Singh) ने श्रीकृष्ण जन्म भूमि विवाद (Shri Krishna Janmabhoomi Case) के इलाहबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) में पहुंचने पर बड़ा बयान दिया है. राजवीर सिंह ने कहा कि उम्मीद है जो होना था, वो होगा और आप देखते भी चले आ रहे हैं. राम मंदिर की तरह इसमें भी फतह मिलनी चाहिए. जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी इसका क्रेडिट लेगी तो उन्होंने कहा कि यह बात नहीं है, ये हिंदुत्व की बात है, हिंदुत्व इस देश की संस्कृति है, संस्कृति को बनाए रखना और बचाना हम सबका फर्ज है.


वहीं राजवीर सिंह ने मेरठ में शुक्रवार को एआईएमआईएम और बीजेपी के पार्षदों के बीच वंदे मातरम गाने पर हुई मारपीट की घटना पर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि इसी से पहचान लीजिए कि कितना वो हिंदुस्तान की कद्र करते हैं. हिंदुस्तान की संस्कृति के प्रति इनका कितना लगाव हैं?


'विपक्ष का काम है विरोध करना'


इसके अलावा नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्ष के बहिष्कार पर राजवीर सिंह ने कहा कि उनका काम है विरोध करना, सही हो या गलत. मैं ये पूछ रहा हूं कि जो परंपराएं अब तक चली आ रही हैं, उससे वो खुश थे? इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने जो शिलान्यास किया था, क्या उनके पास इसका कोई जवाब है. हम कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं. हमारे प्रधानमंत्री को संसद का शिलान्यास और उद्घाटन करना चाहिए था, उन्होंने शिलान्यास भी किया, उद्घाटन भी किया ये हमारे लिए बड़ी बात है.


अखिलेश यादव के बयान पर किया पलटवार


वहीं विपक्ष की ओर से इसे दलित राष्ट्रपति के अपमान से जोड़ने पर सांसद ने कहा कि पहले तो इन्हीं लोगों ने राष्ट्रपति का विरोध किया था. इनके खिलाफ चुनाव लड़ाया था तो इनकी बात में कोई दम नहीं है. संसद में सेंगोल राज दंड का प्रतीक रखने पर अखिलेश यादव के बयान कि पीएम मोदी पहले ही हार मान चुके हैं और सत्ता का हस्तांतरण करना चाहते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि वो जो भी कह रहे हैं, अपमान कर रहे हैं और विपक्ष हमेशा अपमान करता है. राजवीर सिंह एटा में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे.


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