Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गोवर्धन तहसील क्षेत्र के गांव आशा नगला में सोमवार को एक किसान की मेहनत पर पानी फिर गया. खेत के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन में अचानक हुए शॉर्ट सर्किट से गेहूं के खेत में आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और किसान की लगभग चार बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई.
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर दौड़े और आग बुझाने के प्रयास में जुट गए. लोगों ने बाल्टी, टंकी और बोरवेल के पानी से आग पर काबू पाने की कोशिश की. साथ ही दमकल विभाग को भी सूचना दी गई. कुछ ही देर में दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका.
किसान ने कई बार की थी शिकायत पीड़ित किसान ने बताया कि खेत के ऊपर से गुजर रही बिजली की लाइन को लेकर उसने कई बार विद्युत विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी. किसान का कहना है कि उसने लिखित प्रार्थना पत्र देकर अनुरोध किया था कि हाईटेंशन तारों को खेत से हटाया जाए क्योंकि इससे खतरा बना रहता है, लेकिन विद्युत विभाग ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की. अब नतीजा यह है कि उसकी चार बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई.
गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह खेतों के ऊपर से हाई वोल्टेज की बिजली लाइनें गुजरती हैं. यह स्थिति किसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जहां बिजली की चिंगारी से फसलों में आग लग गई. किसान और ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है. उनका कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही से फसल का नुकसान हुआ है, इसलिए पीड़ित किसान को तुरंत आर्थिक सहायता दी जाए.
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प्रशासन और विभाग की चुप्पीघटना के बाद प्रशासन की ओर से अभी तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है और विद्युत विभाग की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि पीड़ित किसान को मुआवजा नहीं मिला तो वे आंदोलन करेंगे. यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था और विभागीय जिम्मेदारियों को लेकर गंभीर लापरवाही बरती जा रही है.